गड़ौरा माइनर सूखा, बूंद-बूंद पानी को तड़प रहे पशु-पक्षी
गड़ौरा माइनर सूखा, बूंद-बूंद पानी को तड़प रहे पशु-पक्षी
गड़ौरा माइनर सूखने से पशु-पक्षी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। पानी की तलाश में जंगली जानवर आबादी वाले बस्तियों में दस्तक देने लगे हैं। जंगली जानवरों के बस्तियों में प्रवेश करने से किसी वक्त अप्रिय घटना हो सकती है। यहीं चिंता ग्रामीणों को सताए जा रही है। आवारा मवेशी, घड़रोज, लोमड़ी आदि जानवर भी सूखा हलक लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। लाखों की लागत से बने मनरेगा तालाबों में भी धूल उड़ रहा है। गड़ौरा माइनर से जुड़े मकनपुर, बसवापुर, फत्तूपुर, गुवाली, महदेपुर, खरगपुर गांव में पानी की तलाश में जंगली जानवर भ्रमण करते देखे जाते हैं। बार-बार मांग करने के बाद भी माइनर में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। पानी पीने की चाह में जानवर बस्ती में घुसे नहीं कि उन्हें कुत्ते दौड़ा लेते हैं। ऐसे में प्यास बुझाना तो दूर जान बचाना मुश्किल हो जाता है। सड़क पार करते समय वाहनों की चपेट में आकर लोमड़ी, खरगोश, आवारा पशु व घड़रोज मौत की मुंह में समा जाते हैं।