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बाइक खड़ी करने को लेकर मारपीट, अधेड़ की मौत

बाइक खड़ी करने को लेकर मारपीट, अधेड़ की मौत

बाइक खड़ी करने को लेकर मारपीट, अधेड़ की मौत
हिन्दुस्तान टीम,भदोहीSat, 05 Oct 2019 11:49 PM
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दुर्गागंज थाना क्षेत्र के धनउपुर गांव में शुक्रवार की देर शाम दरवाजे पर बाइक खड़ी करने को लेकर सगे भाईयों में विवाद हो गया। लाठी-डंडे से प्रहार करने के कारण 45 वर्षीय कमलेश यादव समेत तीन को चोटें आईं। उपचार के दौरान अधेड़ की देर रात मौत हो गई। पुलिस ने बेटे की तहरीर पर शनिवार को हत्या का केस दर्ज करते हुए दो सगे भाईयों व उनकी पत्नियों को गिरफ्तार कर जेल रवाना किया। उधर, पीएम के बाद शाम को शव घर आने पर कोहराम मच गया।

उक्त गांव निवासी कमलेश यादव पांच भाई हैं। जिसमें राधेश्याम, दूसरे नंबर पर मृतक, रमेश, राजेश व राकेश हैं। रमेश की मौत पहले ही हो चुकी है। शुक्रवार की शाम बाइक से कमलेश बाजार गए थे। घर आकर वाहन दरवाजे पर खड़ा कर दिया। इसी बात को लेकर छोटे भाईयों राजेश व राकेश से कहासुनी हुई। आरोप है कि इस बीच उनकी पत्नियां प्रमिला व सुमन भी कूद पड़ी। आरोप है कि लाठी, डंडे से आरोपितों ने प्रहार करना शुरु कर दिया। जिससे मृतक के सिर में गंभीर चोटें आईं, जबकि बीच बचाव करने आई 42 वर्षीय पत्नी नगीना तथा 19 वर्षीय बेटे आनंद को भी चोटें आई। मारपीट के चलते यादव बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति रही।

गंभीर रुप से घायल कमलेश को परिजन निजी साधन से एक निजी अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान देर रात करीब दो बजे सांसें थम गई। शनिवार की सुबह जानकारी के बाद पुलिस के होश उड़ गए। प्रभारी निरीक्षक फोर्स संग गांव धमके और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। घायल मां व बेटे का उपचार सीएचसी सुरियावां में चल रहा है।

इनसेट

पुलिस ने लिया होता संज्ञान, नहीं बढ़ता विवाद

सुरियावां। दुर्गागंज थाना क्षेत्र के धनउपुर गांव में शुक्रवार की शाम जब मारपीट हो रही थी तो ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दिया था, लेकिन संज्ञान नहीं लिया। इतना ही नहीं, पीड़ित पक्ष द्वारा थाने जाकर तहरीर भी दी गई थी। उस समय भी तंद्रा भंग नहीं हुई। शनिवार की सुबह मौत की खबर लगते ही हांफते हुए प्रभारी निरीक्षक पहुंचे और कार्रवाई की। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस समय पर पहुंच गई होती तो इतना विवाद नहीं बढ़ता। शायद कमलेश की जान भी बच जाती।

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पत्नी व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल

सुरियावां। दुर्गागंज थाना क्षेत्र के धनउपुर गांव निवासी कमलेश यादव घर पर रहकर ही खेती बारी का काम करते थे। उन्हें दो बेटे अरविंद व आनंद हैं जबकि छाया नामक एक बेटी। आनंद को छोड़कर दोनों की शादी हो चुकी है। पति की मौत की खबर सुनकर अस्पताल में भर्ती नगीना देवी रोते रोते अचेत हो जा रही थी। जबकि बेटे व बेटी का भी बुरा हाल है। शनिवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया। पूरी यादव बस्ती में सियापा छाया हुआ है।

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भैय्या बहुत अच्छे थे, महिलाओं के कारण हो गई गलती

सुरियावां। खुद के खून (सगे) भाई को पीट-पीट कर मौत के घाट उतारने वाले आरोपित भाईयों राजेश व राकेश को अब करनी पर पछतावा हो रहा था। थाना परिसर में पुलिस व मीडिया कर्मियों के सामने दोनों रोने लगे। कहा कि एक समय था जब पांचों भाईयों की एकता, प्रेम की बातें पूरा गांव करता था। लेकिन शादी के बाद जब घर में महिलाएं आई, तभी से मनमुटाव बढ़ गया। ऐसा हो जाएगा कभी सोचा ना था। भाई के मौत का कारण बनने पर ग्लानि हो रही है। कहा कि अपने कृत्य के कारण समाज व रिश्तेदारों की नजरों में वे गिर गए।

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