विद्यार्थियों में उत्साह, गुरुजन सतर्क व अभिभावक दिखे डरे
कालीन नगरी में सात माह बाद यूपी बोर्ड समेत अन्य बोर्डों के हाईस्कूल व इंटर के कालेज सोमवार को खुले। कुल 107 विद्यालयों में पहले दिन करीब 25 फीसदी ही विद्यार्थी पहुंचे। बच्चों में जहां उत्साह दिखा,...
कालीन नगरी में सात माह बाद यूपी बोर्ड समेत अन्य बोर्डों के हाईस्कूल व इंटर के कालेज सोमवार को खुले। कुल 107 विद्यालयों में पहले दिन करीब 25 फीसदी ही विद्यार्थी पहुंचे। बच्चों में जहां उत्साह दिखा, वहीं गुरुजन पूरी तरह से सतर्क नजर आए। हालांकि अभी भी बहुत से अभिभावक डरे हुए हैं। जल्द ही शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आने की उम्मीदें हैं।
डीआईओएस अशोक चौरसिया ने बताया कि विद्यालयों में पंजीकृत विद्यार्थियों में केवल 50 फीसदी ही अभी स्कूलों में आएंगे। मास्क, सेनिटाइजर व सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई के साथ पालन पहले ही दिन कराया गया। एक बेंच पर दो बच्चे ही बैठे थे। कक्षा नौ से लेकर 12वीं तक के विद्यालय सुबह 8:50 बजे खुले और दोपहर में 3:20 बजे बंद कर दिए गए। प्रथम पाली में कक्षा नौ व 10 के लिए 8:50 से 11:50 तक तथा द्वितीय पाली में 11 व 12वीं के विद्यार्थियों की 12:20 से 3:20 बजे कक्षाएं चली। उन्होंने स्वयं कई विद्यालयों का दौरा किया, जहां सब कुछ ठीक ठाक मिला।
सहमति पत्र न होने पर लौटाया
भदोही। ‘हिन्दुस्तान की टीम ने सोमवार को कई विद्यालयों का दौरा किया। शहर से सटे श्री इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कालेज सवा नौ बजे पहुंचने पर केवल उन्हीं छात्रों को अंदर जाने दिया गया, जो साथ में अभिभावक के हस्ताक्षर व मोबाइल नंबरयुक्त सहमति पत्र लाए। माता-पिता को फोन कर गुरुजन हस्ताक्षर भी चेक कर रहे थे। प्रधानाचार्य डा. अनुराग मिश्र ने बताया कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
दिलाई शपथ व वितरित किया मास्क
भदोही। ज्ञानपुर नगर स्थित वीएनजीआई कालेज में साढे़ आठ बजे प्रधानाचार्य द्वारा पूरे परिसर में दवा का छिड़काव कराया गया। इतना ही नहीं, बिना मास्क के आए बच्चों को मास्क भी दिया गया। जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में छात्राओं को नियमों के पालन की शपथ दोपहर में ढ़ाई बजे प्रधानाचार्य डा. मधु श्री ने दिलवाई। प्रवेश के पूर्व छात्राओं के हाथ को सेनिटाइजर से धुलवाए गए।
एक बेंच पर नजर आए दो बच्चे
भदोही। शहर से सटे पिपरी स्थित मार्डन पब्लिक इंटर कालेज में सोमवार को दोपहर में दो बजे ‘हिन्दुस्तान की टीम पहुंची। वहां पर एक बेंच पर दो बच्चे ही बैठे नजर आए। जिले के सभी विद्यालयों में महामारी से बचाव के सारे इंतजाम किए गए थे। जिसे लोगों ने सराहा।