भदोही विस्फोटः धमाके से धरती कांपी, लगा भूकंप आ गया
चौरी के कोल्हण गांव में शनिवार को धमाका होते ही अफरातफरी मच गई। विस्फोट होते ही लगा धरती कांप गई। लोग भूकंप की आशंका में घरों से बाहर निकल आए। देखा तो सफेद धुएं का गुबार छाया हुआ है। काफी देर तक तो...
चौरी के कोल्हण गांव में शनिवार को धमाका होते ही अफरातफरी मच गई। विस्फोट होते ही लगा धरती कांप गई। लोग भूकंप की आशंका में घरों से बाहर निकल आए। देखा तो सफेद धुएं का गुबार छाया हुआ है। काफी देर तक तो लोग कुछ समझ ही नहीं सके। धुआं छटा तो इरफान मंसूरी का मकान पूरी तरह ध्वस्त दिखा। ईंटे काफी दूर तक बिखरीं थी। लोगों के शरीर के टुकड़े देख लोग दहल उठे।
घटनास्थल से करीब पांच किलोमीटर की परिधि में बसे गांवों के लोगों को धमाके की आवाज सुनी। आसपास के लोगों को तो लगा जैसी धरती फट गई हो। समालकोट गांव निवासी प्रवीण तिवारी ने बताया कि शनिवार को दोपहर में मैं दरवाजे पर बैठा था। तेज आवाज संग आसमान में धुएं का गुबार देख किसी आतंकी हमले का एहसास हुआ।
विस्फोट की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आठ घंटे से अधिक समय तक तीन जेसीबी ने मिलकर ध्वस्त मकानों का मलबा हटाया। रोटहां गांव निवासी फिरोज, जहांगीर, अरशद व फैजान, राघवेंद्र दुबे ने बताया कि मकान में विस्फोट के बाद ऐसा लगा जैसे अपना खुद का मकान गिर गया हो। महिलाएं व बच्चे घर से बाहर निकल आए। हालांकि बाद में सच्चाई का भान होने पर महिलाओं ने राहत की सांस ली। बताया कि घटना स्थल पर पहुंच कर देखा तो कईयों के शव क्षत विक्षत पड़े थे। मलबे में दबे लोग दर्द से कराह रहे थे। जिन्हें बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया।
देर रात तक जनरेटर लगा मलबा हटाने में जुटी रही टीम :
एनडीआरएफ की टीम ने जमकर पसीना बहाया। शनिवार की रात जनरेटर चलाकर बड़ी-बड़ी लाइटें लगाकर जवान क्षतिग्रस्त भवन के मलबे को मशीन से काट कर जेसीबी द्वारा बाहर निकाल रहे थे। हालांकि रात करीब नौ बजे तक 11 लोगों के बाद और किसी का शव बरामद नहीं हुआ था।
बाइक के उड़े परखच्चे चालक का पता नहीं:
रोटहां में जिस समय विस्फोट हुआ उस दौरान एक बाइक चालक सड़क से जा रहा था। घटना स्थल से करीब 50 फीट दूरी पर स्थित चहारदीवारी से टकराने के बाद बाइक की पूरी शक्ल ही बदल गई, जबकि चालक का पता ही नहीं चल पाया। उधर, साइकिल सवार सलीम की शिनाख्त हुई, तो कालीन बुनाई के लिए काती लेने आया था। एक बकरी की भी मौत हुई। जबकि दूसरी के खौफ को देखकर विस्फोट के अंदाज को समझा जा सकता था।
पौन घंटे एंबुलेंस व डेढ़ घंटे बाद पहुंचे दमकलकर्मी:
विस्फोट स्थल पर पौन घंटे विलंब से एंबुलेंस और करीब डेढ़ घंटे बाद दमकलकर्मी पहुंचे। जिसे लेकर लोगों में आक्रोश देखा गया। अवैध पटाखों के कारण हुए विस्फोट के बाद घटनास्थल की ओर पूरा जनपद पलट गया था। आसपास के लोग लोगों को खुद की जान की परवाह किए बिना बचाने में जुटे थे। लेकिन मात्र छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित भदोही सीएचसी का एंबुलेंस सूचना के बाद भी समय पर नहीं पहुंचा। एक घंटे बाद पहुंचे डीएम, एसपी के आने के बाद चिकित्सा व दमकल विभाग की तंद्रा भंग हुई।
आधा दर्जन लगे थे एंबुलेंस
चौरी। कोल्हण गांव में हुए विस्फोट के बाद जिला प्रशासन विलंब से ही सही हरकत में आया। घटना स्थल पर जनपद के आधा दर्जन 108 एंबुलेंस को लगा दिया गया था। स्वास्थ्य कर्मी कई भागों में विभक्त शवों को एकत्रित कर पोस्टमार्टम हाउस ले जा रहे थे। जिलाधिकारी की अगुवाई में राहत व बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर दोपहर से लेकर देर रात तक चलता रहा।
तीनों सीओ व नौ थाने के प्रभारी लगे
चौरी। कोल्हण गांव में हुए विस्फोट के बाद पूरा जिला प्रशासन घटना स्थल पर पलट गया था। जनपद के आला अधिकारियों के साथ ही सभी नौ थानों के प्रभारी निरीक्षक, तीनों सीओ, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व विभाग के बड़ी तादात में कर्मी भी पहुंचे थे। इस दौरान सभी ने मलबा हटाने के काम में सहयोग किया।