
डंडे बरसाए, गर्दन पर पैर रखकर बोली युवती, तुझे छूना भी गंवारा नहीं, लापता युवक का VIDEO वायरल
संक्षेप: बागपत के लापता अमित को पीटने का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें अमित के को डंडे से एक युवती पीट रही है। इसके साथ ही उसके गर्दन पर पैर रखकर कह रही है कि तूझे छूना भी गंवारा नहीं है। अमित पिछले महीने 11 जुलाई को मेरठ के भैंसाली बस स्टैंड से अचानक लापता हो गया था।
डेढ़ माह पहले बिजनौर में युवती से मिलने आए बागपत निवासी अमित आर्य का 37 दिन बाद भी पता नहीं लग सका। सोमवार को अमित को पीटने का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया। वीडियो में मुहं पर कपड़ा बांधे युवती अमित को डंडों से पीट रही है। एक माह पहले भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ युवक उसको निर्वस्त्र कर पीटते दिख रहे थे। चांदपुर सीओ देशदीपक सिंह ने बताया कि मामले में गहनता से जांच चल रही है, जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा।

पुलिस के अनुसार बागपत के छपरौली थानांतर्गत गांव राठौरा निवासी अमित आर्य पुत्र वीर सेन 11 जुलाई को मेरठ के भैसाली बस स्टैंड से लापता हो गया था। अमित के तहेरे भाई अनुराग ने मेरठ सदर बाजार थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जांच में पता चला था की अमित की बिजनौर के चांदपुर क्षेत्र के गांव स्याऊ निवासी ज्योति से दोस्ती थी। उससे मिलने ही अमित बिजनौर आया था।
अभी पुलिस जांच कर ही रही थी कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, इसमें चार युवक अमित की डंडों से पिटाई कर रहे थे। वीडियो को आधार बनाते हुए मेरठ पुलिस ने अपहरण व मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। साथ ही मुकदमे को चांदपुर थाने में स्थानांतरित कर दिया था। मामले में चांदपुर थाना प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार का कहना है कि वीडियो के आधार पर गांव स्याऊ निवासी ज्योति, गांव कौशल्या निवासी शुभम, सचिन व दो अन्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
पूछताछ कर छोड़ दिए थे आरोपी
अमित के लापता होने के 37 दिन बाद भी पुलिस मामले में खाली हाथ है। पुलिस ने ज्योति व उसके साथी सचिन को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की लेकिन उन्हें छोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि मेरठ पुलिस ने भी पीछा छुड़ाने के लिए केस को चांदपुर थाने में स्थानांतरित कर दिया।
रालोद नेता का भतीजा है एक आरोपी
मामले में ज्योति के साथ नामजद आरोपी सचिन रालोद नेता का भतीजा बताया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो रालोद नेता सचिन और ज्योति को मेरठ पुलिस से छुड़ाने से लेकर चांदपुर थाने में उनकी पैरवी तक में शामिल रहे हैं। यही कारण है तीन जनपद से जुड़े इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
आरोपियों की गिरफ्तारी को हो चुकी है पंचायत
इस मामले में पिछले दिनों बागपत में पंचायत हो चुकी है। पंचायत में पूर्व विधायक छपरौली वीरपाल राठी, अरुण कुमार प्रधान, पंकज कुमार, संजीव कुमार, कृष्णपाल सिंह आदि शामिल हुए थे। पंचायत में ऐलान किया गया था कि जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे लोग डीआईजी कार्यालय का घेराव करेंगे और डीजीपी से भी मुलाकत करेंगे।

लेखक के बारे में
Yogesh Yadavयोगेश यादव हिन्दुस्तान में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर हैं।
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