ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश बस्तीटेरर फंडिंग के आरोपी हामिद समेत आठ पर गैंगस्टर

टेरर फंडिंग के आरोपी हामिद समेत आठ पर गैंगस्टर

बस्ती। निज संवाददाता टेरर फंडिंग के आरोपी और अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए ई-टिकट...

टेरर फंडिंग के आरोपी हामिद समेत आठ पर गैंगस्टर
हिन्दुस्तान टीम,बस्तीFri, 02 Apr 2021 11:01 PM
ऐप पर पढ़ें

बस्ती। निज संवाददाता

टेरर फंडिंग के आरोपी और अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए ई-टिकट के काले कारोबार के सरगना बने मोहम्मद अशरफ हामिद और उसके पिता समेत आठ लोगों पर हर्रैया पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की है। उसे आरपीएफ बस्ती, आरपीएफ गोंडा और हर्रैया पुलिस की संयुक्त टीम ने बेंगलुरु एयरपोर्ट से 17 फरवरी को गिरफ्तार किया था। ट्रांजिट रिमांड पर उसे बस्ती लाया गया। मौजूदा समय गोंडा जेल में बंद है। पूर्व में दबोचे गए उसके कैशियर, सुपरसेलर व अन्य सहयोगी बस्ती जेल में बंद है।

पुलिस के अनुसार काले कारोबार के जरिए उसके और उसके परिजनों व परिचितों के पास करीब 50 करोड़ की रुपये की संपत्ति की जानकारी सामने आ चुकी है। हामिद अशरफ जिले के कप्तानगंज थाने के रमवापुर का रहने वाला है। मुम्बई में नवी मुम्बई रेलवे स्टेशन घनसौली के पास थाने महाराष्ट्र में जी-8/103 फ्लैट को अपना निजी आशियाना बना रखा था। एयरपोर्ट पर पकड़े जाने के बाद उसके पास से नकद भारतीय मुद्रा 1.55 लाख और नकद विदेशी मुद्रा दरहम 8920 (भारतीय मुद्रा 176600/- रुपये) बरामद हुई थी। इसके अलावा 1.30 लाख का आईफोन और 30 हजार रुपये की आईफोन घड़ी भी मिली थी।

थाना प्रभारी हर्रैया विकास यादव ने बताया कि सरगना हामिद के अलावा उसके पिता जमीरुल हसन उर्फ लल्ला, मनोज महतो निवासी मढिया थाना सोनबरसा जिला सीतामढ़ी बिहार, योगेन्द्र विश्वकर्मा निवासी मोहल्ला गल्ला मण्डी ज्ञानपुर रोड, अब्दुल रहमान उर्फ नेहाल निवासी नदवा सराय थाना घोसी जनपद मऊ, अमित गुप्ता निवासी मझवार थाना घोसी जनपद मऊ, रेहान सिद्दिकी निवासी नेवादा थाना सादुल्लाह नगर, जनपद बलरामपुर और अम्बिका यादव निवासी खुटहन थाना नगर को उत्तर प्रदेश गिरोहबन्द एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के तहत पाबंद कर अग्रिम कार्रवाई नियमानुसार शुरू की गई है।

शेयर मार्केट में काम करने के बाद बन ई-टिकट का सरगना

पुलिस के अनुसार आरोपी हामिद ने पूछताछ में बताया था कि 2012-13 में वह वेस्ट मंत्रा कम्युनिटी बस्ती में शेयर मार्केट का काम करता था। साल 2014 में टी सिस्टम सॉफ्टवेयर खरीदा, जो दो-तीन महीने में बंद हो गया। इसके बाद 2014 में ही फैजाबाद निवासी हरमेन्द्र उर्फ विक्की के सम्पर्क में आया और उससे थन्डरवर्ल्ड सॉफ्टवेयर लिया। सॉफ्टवेयर को क्रैक कर जानकारी हासिल की कि वह कैसे काम करता है। इस दौरान बस्ती में रहते हुए हामिद ने आईटीआई व कम्प्यूटर की ट्रेनिंग पूरी की। कोडिंग की बारीकियां सीखने के बाद 2014-15 में खुद का एक सॉफ्टवेयर ‘ब्लैक टीएस तैयार किया और रेलवे के ई-टिकट का अवैध कारोबार करने लगा।

इसी मामले में अप्रैल 2016 में सीबीआई बेंगलुरु ने पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जमानत पर रिहा होने के बाद 2017 में पुनः दूसरा सॉफ्टवेयर 'रेड मिर्ची' नाम से तैयार किया और यू-ट्यूब पर वीडियो बनाकर लोगों को जोड़ने लगा। कुछ समय बाद जब रेड मिर्ची सॉफ्टवेयर कई जगह पकड़ा गया तो उसने इसका नाम बदलकर एएनएमएस कर दिया। प्रति सॉफ्टवेयर एक और डेढ़ हजार रुपये की दर से सेलर व सुपर सेलर के माध्यम से बेचा। कमीशन की धनराशि विभिन्न फर्जी पोर्टल अकाउण्ट व नगद प्राप्त की। इसके लिए इसने सुपर सेलर स्मार्ट शॉप, एमओएस स्पाई इण्डिया, हार्मस नामक पोर्टल का उपयोग किया। पुलिस ने हामिद सहित आठ पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की है। इस गैंग के सदस्य अभय प्रताप सिंह पर पूर्व में ही गैंगस्टर की कार्यवाही हो चुकी है, जबकि बिहार का महमूद आलम अब भी फरार है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें