महराजगंज में कृषि कानूनों के विरोध में रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन नायक, राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत व जिलाध्यक्ष अवनीश पाल के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता सांसद आवास के घेराव की तैयारी में थे, लेकिन पुलिस ने कार्यालय से बाहर निकलते ही 23 कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस बस से कांग्रेसियों को आईटीएम कालेज ले गई, जहां बाद में उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस सुबह से ही सक्रिय हो गई थी। पार्टी कार्यालय पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए थे। इसके अलावा सांसद आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई। पार्टी कार्यालय पर बैठक के बाद जैसे ही पदाधिकारी व कार्यकर्ता बाहर निकले, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके पहले पार्टी कार्यालय पर बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन नायक ने कृषि कानूनों को लेकर भाजपा नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि मोदी सरकार देश के किसान, खेत और खलिहान के खिलाफ एक षडयंत्र कर रही है। इन तीन कानूनों के माध्यम से देश की हरित क्रांति को हराने की साजिश कर रही है।
पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर देश के किसान, खेत मजदूर, मंडी के आढ़ती, मुनीम, कर्मचारी व ट्रांसपोर्टर के साथ लाखों लोग इसलिए एतराज जता रहे हैं, क्योंकि इससे अनाज मंडी, सब्जी मंडी यानि एपीएमसी को खत्म करने से कृषि उपज खरीद व्यवस्था पूरी तरह नष्ट हो जाएगी।
ऐसे में किसानों को न तो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) मिलेगा और न ही बाजार भाव के अनुसार फसल की कीमत। अगर पूरे देश की कृषि उपज मंडी व्यवस्था ही खत्म हो गई, तो इससे सबसे बड़ा नुकसान किसान व खेत मजदूर को होगा। जिलाध्यक्ष अवनीश पाल ने कहा कि महामारी की आड़ में किसानों की आपदा को मुट्ठी भर पूंजीपतियों के लिए अवसर बना दिया गया। इस साजिश को देश का अन्नदाता किसान व मजदूर कभी नहीं भूलेगा। इन तीनों कानून को बिना देर किए बगैर तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए।
कुल 23 कांग्रेसी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।
महेन्द्र यादव, प्रभारी कोतवाल