बजट की राशि निकाल कर अधूरा छोड़ दिया सामुदायिक शौचालय भवन
बस्ती, निज संवाददाता। डीएम प्रियंका निरंजन ने विकास खंड विक्रमजोत के 61 ग्राम पंचायत...

बस्ती, निज संवाददाता। डीएम प्रियंका निरंजन ने विकास खंड विक्रमजोत के 61 ग्राम पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीडीओ के माध्यम से भेजी गई नोटिस में डीएम ने कहा है कि सामुदायिक शौचालय निर्माण शासन की अति महत्वपूर्ण योजना है। इसमें सचिवों की तरफ से कोई रुचि नहीं दिखाई गई। यह दायित्व के प्रति घोर लापरवाही है। अपूर्ण निर्माण के लिए ग्राम सचिव प्रथम दृष्टया दोषी हैं। यदि समय से जबाब नहीं दिया तो इनके विरूद्ध विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई प्रस्तावित कर दिया जाएगा।
ग्राम पंचायत फरेंदा व मेढईया शुक्ल का सामुदायिक शौचालय अपूर्ण है। मौके पर काय बंद है। फरेंदा में 6.92 लाख के सापेक्ष 6.77 लाख रुपया तथा मेढ़इया में 4.13 लाख रुपया निकाल लिया गया है। करमिया में एप्रेन व फर्श नहीं बना है। बडौरा व सुकरौली पांडेय में एप्रेन नहीं बना है। कमरों में दरवाजा व टाइल्स नहीं लगा है। सुकरौली में 6.92 के सापेक्ष 6.54 लाख रुपया तथा बडौरा में 7.38 लाख रुपया निकाल लिया गया है। बड़ौरा में स्वीकृत बजट से अधिक की धनराशि निकाली गई।
ग्राम पंचायत खतम सराय में एप्रेन व दरवाजा अधूरा है। स्वीकृति धनराशि 6.92 के सापेक्ष 7.46 लाख रुपया निकाला गया है। मलौली गोसाईं में एप्रेन नहीं बना है। दरवाजा, फर्श व टाइल्स टूटा है। 6.19 लाख रुपया निकाला गया है। पूरे चेतन में शौचालय अपूर्ण है। एकमा हिरनिया में शौचालय अपूर्ण है। 6.51 लाख रुपया निकाला गया है। चंद्रपलिया, घिरौली बाबू, खेमराजपुर, सिकटहा पांडेय में एप्रेन नहीं बना है।
ग्राम पंचायत गुंडा कुंवर में निर्माण अधूरा है। पूरे दिवान में बिजली कनेक्शन नहीं है। धवाह, हरेवा शुक्ल, बस्थनवां में अपूर्ण है। हरेवा में स्वीकृति से अधिक धनराशि निकाली गई है। बस्थनवा में 6.18 लाख रुपया निकाला गया है। देवखाल, जैतापुर, बभरौली, लजघटा में निर्माण कार्य अधूरा है। लजघटा में 6.92 लाख स्वीकृति के सापेक्ष सर्वाधिक 8.48 लाख रुपया निकाला गया है। यहां पर एप्रेन नहीं बना है। कुछ कमरे में दरवाजा नहीं है। बिना चैम्बर बनाए गड्ढों को सीधे जोड़ दिया गया है।
ग्राम पंचायत दुभरा निर्वहन, पचवस, अकबरा, नियामतपुर, दुबौली दूबे, तालागांव, औरंगाबाद, कलानीकला, नगराबदली, देवकली में सामुदायिक शौचालय अधूरा है। रानीगांव में स्वीकृति धनराशि 5.55 लाख के सापेक्ष 5.42 लाख रुपया निकाल लिया गया है। शौचालय के गड्ढों का ढक्कन तक नहीं लगा है। सिन्दुरिया मिश्र में फर्श, सीट, टाइल, दरवाजा, प्लंबर, वाशवेसिन का काम अधूरा है, जबकि धनराशि 6.12 लाख रुपया निकाला गया है। यही हाल डहडा मिश्र का है, जहां का शौचालय स्वीकृति धनराशि 6.92 लाख रुपया से अधिक 7.11 लाख खर्च के बाद भी अधूरा है। इन ग्राम पंचायतों में से अधिकांश के सचिव कौशल कुमार सोनकर, राजमंगल दूबे, सर्वेश यादव, अवधेश जयसवाल, प्रतीक शुक्ला, शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी, सूरज पांडेय, अनीता सिंह रहे हैं। सभी 61 ग्राम पंचायत के सचिवों को खंड विकास अधिकारी के माध्यम से डीएम ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
