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हीमोफीलिया मरीजों के लिए वरदान है आपका रक्तदान

हीमोफीलिया अनुवांशिक बीमारी है जिसमें मरीज को खून की जरूरत होती है। ऐसे में आपका रक्तदान हीमोफीलिया मरीज के लिए वरदान से कम नहीं है। रक्तदान न केवल आपको स्वस्थ रखता है बल्कि हीमोफीलिया से लड़ रहे...

हीमोफीलिया मरीजों के लिए वरदान है आपका रक्तदान
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीThu, 18 Apr 2019 02:18 AM
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हीमोफीलिया अनुवांशिक बीमारी है जिसमें मरीज को खून की जरूरत होती है। ऐसे में आपका रक्तदान हीमोफीलिया मरीज के लिए वरदान से कम नहीं है। रक्तदान न केवल आपको स्वस्थ रखता है बल्कि हीमोफीलिया से लड़ रहे मरीजों के लिए संजीवनी है। बुधवार को जिला अस्पताल के सभागार में जीवन रेखा हीमोफीलिया जनकल्याण समिति की तरफ से विश्व हीमोफिलिया दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जिला अस्पताल के एडीएसआईसी डा. केएस गुप्ता ने यह बात कही।

कार्यक्रम का उद्घाटन एडीएसआईसी डा. केएस गुप्ता, महिला अस्पताल की सीएमएस डा. अलका शर्मा ने किया। इस मौके पर जिला अस्पताल में इलाज करा रहे हीमोफीलिया के मरीज परिवार के साथ आए। डा. अलका शर्मा ने उनको हीमोफीलिया बीमारी के लक्षण और इलाज के बारे में बताया। समिति की अध्यक्ष रेखा रानी ने बताया कि संस्था की तरफ से हीमोफीलिया के मरीजों के इलाज में सहायता की जाती है।

गर्भवतियों की जांच है जरूरी : डा. अलका शर्मा ने बताया कि हीमोफीलिया अनुवांशिक बीमारी है। जरूरी है कि शादी के पहले वर-वधू की जांच कराई जाए। अगर दोनों ही हीमोफीलिया से ग्रसित हैं तो बच्चे में यह बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए जरूरी है कि गर्भ के दौरान ही डॉक्टर से जांच कराई जाए। हीमोफीलिया अभी लाइलाज बीमारी है और बचाव ही एकमात्र तरीका है।

जिले में 400 से अधिक मरीज : जिले में हीमोफिलिया के 400 से अधिक मरीज हैं। जिला अस्पताल और आईएमए की तरफ से पंजीकृत मरीजों को समय-समय पर नि:शुल्क फैक्टर लगाया जाता है। बुधवार को हीमोफिलिया पीड़ित 4 मरीजों को जिला अस्पताल में फैक्टर लगाया गया।

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