सतरापुर में खरीदेंगे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लांट के लिए जमीन
शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए कई बार कसरत हुई लेकिन कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया सिस्टम में नहीं आई। न जमीन मिली और न ही नया प्लांट लग सका। ऐसे में स्मार्ट सिटी के तहत बहुगुलपुर गांव के...
शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए कई बार कसरत हुई लेकिन कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया सिस्टम में नहीं आई। न जमीन मिली और न ही नया प्लांट लग सका। ऐसे में स्मार्ट सिटी के तहत बहुगुलपुर गांव के बाद अब रजऊ के पास सतरापुर गांव की 10 हेक्टयर जमीन चिन्हित की गई है। जमीन का अधिग्रहण करने की प्रक्रिया अमल में लाने के लिए नगर निगम प्रशासन जुट गया है।
शहर के बाशिंदों से कूड़ा निस्तारण करने के तमाम दावे और वादे किए गए। नया सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगेगा इसकी कसरत भी नगर निगम अफसरों ने खूब की, लेकिन न तो जमीन उपलब्ध हुई और न ही प्लांट चालू हो पाया। स्मार्ट सिटी में शामिल शहर पर कूड़े का दाग लगा है। ऐसे में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम ने 30 करोड़ की लागत से कूड़े का निस्तारण करने के लिए एक्शन प्लान बनाया। यह प्लान शहर की आबादी के मुताबिक 2021 को देखते हुए तैयार किया गया था। प्लांट के लिए तमाम कोशिश के बाद भी जमीनी विवाद फंस जाने से मामला लटकता गया। बहुगुलपुर गांव की जमीन के बाद अब सतरापुर गांव की दस हेक्टयर जमीन खोज निकाली है। जमीन प्लांट लगाने के लिए पर्याप्त है। किसानों से जमीन का अधिग्रहण करने के लिए नगर निगम और प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा। शहर से रोजाना 450 मीट्रिक टन कूड़े निकल रहा है।
सॉलिड वेस्ट प्लांट के लिए कई बार बदली गई जमीन
शहर में तीन सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने का प्रस्तावित प्रोजेक्ट है। बीडीए के महायोजना में तीन प्लांट लगने का दावा किया गया था। महायोजना 2011 में तैयार हुई थी, जो आठ साल बाद भी पूरी नहीं हुई। एक प्लांट रजऊ परसपुर में लगा भी तो शुरू होने के कुछ दिन बाद ही बंद हो गया। इसके बाद नया प्लांट लगाने के लिए जमीन की खोजबीन हुई। सबसे पहले सीबीगंज के पास भगवंतपुर गांव के पास जमीन तय हुई थी। इसके लिए एयरफोर्स की तरफ से एनओसी नहीं मिली। इसके बाद बदायूं रोड रामगंगा के पास जमीन तलाश की गई थी। वहां भी नदी होने की वजह से जमीन पर आपत्ति लगी। इसके बाद बभिया में प्लांट लगाने की कवायद हुई। आपत्तियों के बाद प्लांट की जमीन नहीं मिली थी। बहुगुलपुर गांव की जमीन निगम को दान में मिली। लेकिन स्टांप चोरी मामले में जमीनी विवाद फंस गया था।
रजऊ के पास सतरापुर में दस हेक्टेयर जमीन को चिह्नित किया गया है। आगे की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है। जमीन पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जाना है।
संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता, नगर निगम