प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में शहरी क्षेत्र फिसड्डी
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में शहरी क्षेत्र की हालत खराब है। अब तक महज 60 प्रतिशत महिलाओं को ही योजना का लाभ मिला है। पूरे जिले में शहरी क्षेत्र सबमें पीछे है। पहली बार मां बनने वाली महिलाओं...
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में शहरी क्षेत्र की हालत खराब है। अब तक महज 60 प्रतिशत महिलाओं को ही योजना का लाभ मिला है। पूरे जिले में शहरी क्षेत्र सबमें पीछे है। पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत की गई थी। योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं के गर्भस्थ शिशुओं को पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराना था। योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को तीन किस्तों में 6 हजार रुपये दिए जाते हैं ताकि वह गर्भावस्था में पर्याप्त पोषक आहार ले सकें।
महिलाओं को गर्भावस्था में पोषण देने के लिए शुरू की गई योजना शहरी क्षेत्र में दम तोड़ती नजर आ रही है। जनवरी 2017 से फरवरी 2019 तक मात्र 60 प्रतिशत शहरी महिलाएं ही योजना में लाभान्वित हुई हैं। बिथरी चैनपुर, मीरगंज, भदपुरा, दमखोदा जैसा ब्लॉको में लक्ष्य से ज्यादा महिलाओं को योजना का लाभ मिल चुका है। शहरी क्षेत्र की महिलाओं को योजना का लाभ देने के लिए स्वास्थ्य विभाग उन तक पहुंच ही नहीं बना पा रहा है। यही वजह है कि पूरे जिले में शहरी क्षेत्र में ही योजना सबसे खराब हाल में है।
प्रतिशत के आधार पर प्रदर्शन करने वाले क्षेत्र
क्षेत्र | महिलाओं का प्रतिशत |
बिथरी चैनपुर | 170 प्रतिशत |
मीरगंज | 139 प्रतिशत |
भदपुरा | 114 प्रतिशत |
दमखोदा | 105 प्रतिशत |
बहेड़ी | 99 प्रतिशत |
क्यारा | 92 प्रतिशत |
फतेहगंज पश्चिमी | 91 प्रतिशत |
नवाबगंज | 87 प्रतिशत |
रामनगर | 83 प्रतिशत |
शेरगढ़ | 81 प्रतिशत |
भोजीपुरा | 76 प्रतिशत |
फरीदपुर | 74 प्रतिशत |
आलमपुर जाफराबाद | 70 प्रतिशत |
मझगवां | 67 प्रतिशत |
भुता | 63 प्रतिशत |
शहरी क्षेत्र | 60 प्रतिशत |