भ्रष्टाचार में घिरे दो प्रधान, अधिकार सीज
भ्रष्टाचार में दो और ग्राम प्रधान घिर गए हैं। भोजीपुरा के इटौआ केदारनाथ और बिथरी के भीकमपुर माफी गांव के प्रधान ग्राम निधि के लाखों रुपये हजम कर गए। डीएम ने दोनों प्रधानों के प्रशासनिक और वित्तीय...
भ्रष्टाचार में दो और ग्राम प्रधान घिर गए हैं। भोजीपुरा के इटौआ केदारनाथ और बिथरी के भीकमपुर माफी गांव के प्रधान ग्राम निधि के लाखों रुपये हजम कर गए। डीएम ने दोनों प्रधानों के प्रशासनिक और वित्तीय अधिकार सीज कर दिए हैं। दोनों गांवों में ग्राम पंचायत का संचालन के लिए तीन-तीन सदस्यीय समितियों का गठन कर दिया गया है। डीएम ने दोनों गांवों में हुए घोटाले की जांच के लिए एक-एक अधिकारी तैनात किया है।
पिछले वित्तीय वर्ष में भोजीपुरा के गांव इटौआ केदारनाथ के प्रधान शमशाद खां और बिथरी के गांव भीकमपुर माफी की प्रधान आसमा ने विकास कार्यों के नाम पर घपलेबाजी कर ग्राम निधि के खाते से करीब 8-8 लाख रुपये निकाल लिए। डीएम से शिकायत होने पर जांच शुरू हो गई। डीपीआरओ वीके सिंह को मामले की जांच दी गई। प्रारंभिक जांच में दोनों ग्राम प्रधान दोषी पाए गए थे। डीपीआरओ ने दोनों ग्राम प्रधानों को पिछले साल दिसंबर तक नोटिस दे दिया था। मगर दोनों ने 23 मार्च को जवाब दाखिल किया। जवाब आने के बाद दोनों ग्राम प्रधानों को सरकारी रकम के गबन का दोषी करार दे दिया गया। भीकमपुर में अकेले 14वें वित्त आयोग से करीब 5 लाख की रकम निकाली गई, मगर मौके पर विकास कार्य के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति मिली। ऐसा ही इटौआ केदारनाथ के ग्राम प्रधान शमशाद खां ने किया। शमशाद ने पिछले साल 4.5 लाख रुपये 14वें वित्त आयोग से निकाले थे। मौके पर ज्यादातर विकास कार्य ही नहीं मिले। ऐसा ही हैंडपंपों के रिबोर और चुर्तथ वित्त आयोग की रकम के साथ हुआ। इटौआ केदारनाथ गांव के विकास कार्यों की अंतिम जांच डीएम ने जिला गन्ना अधिकारी को दी है। जबकि भीकमपुर माफी गांव की जांच जिला कृषि रक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। अंतिम जांच में भी दोषी पाए जाने पर डीएम दोनों ग्राम प्रधानों को बर्खास्त कर सकते हैं।