बरेली: पिंजड़ा खुलते ही दहाड़ा आदमखोर, पलक झपकते ही मार दी छलांग, जंगल में गुम
बरेली के शीशगढ़ के बुझिया गांव में आदमखोर तेंदुआ को पकड़कर वन विभाग ने बिजनौर के अमानगर जंगल रेंज में छोड़ दिया। रात को जैसे ही पिंजरा खोला गया। तेंदुआ ने दहाड़ लगाई। छलांग मारकर जंगल की ओर भाग...
बरेली के शीशगढ़ के बुझिया गांव में आदमखोर तेंदुआ को पकड़कर वन विभाग ने बिजनौर के अमानगर जंगल रेंज में छोड़ दिया। रात को जैसे ही पिंजरा खोला गया। तेंदुआ ने दहाड़ लगाई। छलांग मारकर जंगल की ओर भाग गया। एक ही पल में तेंदुआ इतनी दूर चला गया कि वहां मौजूद वन अधिकारियों को तेंदुआ दिखाई नहीं दिया।
डीएफओ भारत लाल के नेतृत्व में आदमखोर तेंदुआ को बरेली से बिजनौर ले जाया गया था। वन अधिकारियों का कहना है कि शीशगढ़ के बुझिया गांव में बच्ची को निवाला बनाने वाले आदमखोर तेंदुआ को पहले ही प्रयास में वन विभाग ने पकड़ लिया। पिंजरे में कैद तेंदुआ का आकार देखकर ही लग रहा था कि तेंदुआ काफी पुराना हो चुका है। करीब सात साल का यह बड़ा तेंदुआ जर्मन शेफर्ड कुत्ता से दोगुने आकार का था।
करीब एक कुंतल बजनी तेंदुआ को देखकर वन विभाग के अधिकारी भी चकित थे। क्योंकि, तेंदुआ लगातार रोज ही किसी न किसी जानवर का शिकार कर रहा था। बुधवार की शाम 4:30 बजे डीएफओ भारत लाल, एसडीओ आरबी सिंह, रेंजर रविंद्र सक्सेना के साथ तेंदुआ को बिजनौर के अमानगर जंगल ले जाया गया था। वहां रात में तेंदुआ को छोड़ा गया।