ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशकहीं दरोगा के सताये किसी गैंग ने तो नहीं दिया इतना बड़ी वारदात को अंजाम

कहीं दरोगा के सताये किसी गैंग ने तो नहीं दिया इतना बड़ी वारदात को अंजाम

प्रेमनगर में हुई डकैती कहीं दरोगा के सताये किसी गैंग का कारनामा तो नहीं है। दरअसल, दरोगा पुष्कर सिंह गंगवार पीलीभीत से पहले बरेली के कई थानों में तैनात रहे हैं। वह प्रेमनगर थाने के भी दरोगा रह चुके...

कहीं दरोगा के सताये किसी गैंग ने तो नहीं दिया इतना बड़ी वारदात को अंजाम
हिन्दुस्तान संवाद,बरेलीWed, 15 Jan 2020 10:47 AM
ऐप पर पढ़ें

प्रेमनगर में हुई डकैती कहीं दरोगा के सताये किसी गैंग का कारनामा तो नहीं है। दरअसल, दरोगा पुष्कर सिंह गंगवार पीलीभीत से पहले बरेली के कई थानों में तैनात रहे हैं। वह प्रेमनगर थाने के भी दरोगा रह चुके हैं। बदमाशों द्वारा पीड़ित परिवार से की गई बातचीत इस ओर ही इशारा कर रही है। हालांकि पुलिस भी अभी  इसी प्वांइट पर जांच कर रही है। डकैती का समय भी ऐसे वक्त का है जिस समय पॉश इलाके में काफी चहल पहल रहती है। इस डकैती से काफी तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं।

प्रेमनगर के बीटी 08 ट्रांसफार्मर वाली गली शास्त्री नगर निवासी रुचि गंगवार ने बताया कि मंगलवार शाम को उनके यहां काम करने वाली अंजु रोज की तरह शाम को काम पूरा कर अपने घर चली गई थी। उनका 10 वर्षीय बेटा पनव बाहर खेलने गया था, छह वर्षीय बेटी आन्या घर पर थी। लगभग साढ़े छह बजे के आस-पास दो लोग घर में घुस आये और खुद को क्राइम ब्रांच का दरोगा बताने लगे। उन्होने बताया कि इस दौरान उन्होने चेकिंग के नाम पर आईडी मांगी। आये हुये लोगों के द्वारा अभद्रता करने पर शक हुआ तो पर मोबाइल से फोन करने की कोशिश की। इसके बाद आरोपियों ने मोबाइल छीन लिया और बाहर से आये चार और लोगों ने उनको पकड़कर मारपीट की। 

इसके बाद बदमाशों ने अचानक अपने पास रखे तीन तमंचे, एक चाकू और रॉड निकाल ली। एक आरोपी ने उनकी बेटी आन्या पर तमंचा तान दिया और जान से मारने की धमकी देने लगे। इसके बाद अलमारी की चाबियां छीन लीं और उसमें रखे 50 हजार रुपये नकद और दो सोने के हार ले लिए। बदमाशों ने हाथ में पहने चार सोने की चूड़ियां भी उतरवा लीं। इस घटना क्रम के साथ ही मकान के दूसरी मंजिल पर रह रहे किरायेदार प्रेमशंकर शर्मा के यहां भी बदमाश पहुंचे और चेकिंग के नाम पर उनकी पत्नी शोभा शर्मा का आईडीकार्ड मांगने लगे। इसके बाद कर्मचारी नगर में रहने वाला उनका बेटा अजय भी वहां आ गया।

जिसका भी आई कार्ड लेकर सभी को नीचे ले आये और मारपीट कर घर के स्टोर में बंद कर दिया। प्रेमशंकर ने बताया कि बदमाशों ने बंद करने के बाद उनसे अलमारी की चाबियां मांगी, जिसमें बैग में रखे 21 हजार रुपये, सोने की चेन व एक हार ले गये। डकैती डालने के बाद बदमाशों ने बाहर आने पर जान से मारने की धमकी दी और दरवाजा बंद कर लॉक कर दिया। बदमाशों के जाने के पांच मिनट बाद दरोगा की पत्नी रुचि दरवाजा खोल बाहर आई और पति को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर डीआईजी राजेश पांडेय, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय, एसपी क्राइम रमेश कुमार भारतीय, सीओ प्रथम अशोक कुमार, फील्ड यूनिट सहित प्रेमनगर व इज्जतनगर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस बदमाशों की पहचान के लिये आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

ये भी पढ़ें : बरेली में क्राइम ब्रांच की टीम बताकर दरोगा के घर डकैती

दो किरायेदारों में से एक के साथ होती रही लूट लेकिन दूसरे को भनक तक नहीं

पुष्कर के यहां दूसरी मंजिल पर किराये पर दो परिवार रहते हैं। प्रेमशंकर के परिवार के साथ बदमाशों ने लूटपाट की जबकि दूसरे कमरे में रहने वाली तनुजा भट्ट को इस पूरे घटनाक्रम की भनक तक नहीं लगी। तनुजा जिला महिला अस्पताल में नर्स हैं। उन्होने बताया कि उनके पति भास्कर भट्ट हल्द्वानी में टीचर है। वह घटना होने से कुछ देर पहले ही अपने कमरे में आई र्थी और लाईट बंद कर सो रही थीं। घटना के बाद शोर शराबे में आंख खुली तो पता चला।

फारेंसिंक टीम ने लिये फिंगर प्रिंटस

घटना स्थल पर पहुंची फारेंसिक टीम ने बदमाशों के फिंगर प्रिंटस लिये है। बदमाश घटना के बाद घर में लगी एलईडी निकालने की कोशिश कर रहे थे। जिसको निकालने में असमर्थ रहे बदमाशों के फिंगर प्रिंटस उस पर आ गये। फिल्ड यूनिट ने उसके ऊपर से फिंगर प्रिंटस के निशान लिये। 

एसएसपी ने टीमें की गठित, क्राइम ब्रांच भी हुआ सक्रिय

घटना के बाद से ही एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने टीमें गठित कर दी हैं। इन टीमों में अलग-अलग थानों के दरोगाओं को रखा गया है। इसके साथ ही एसएसपी ने क्राइम ब्राच को भी सक्रिय कर दिया है। जो अपने स्तर से जांच पड़ताल कर रही है। शास्त्री नगर में दरोगा के घर में हथियार बंद बदमाशों का तांडव लगभग 20 मिनट चला। जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

बदमाशों ने गली का चौथा मकान ही क्यों चुना

दरोगा के घर में पड़ी डकैती में सबसे बड़ा सवालिया निशान खड़ा होता है कि बदमाशों ने शास्त्री नगर की दूसरी गली का चौथा मकान ही क्यूं चुना। जबकि इससे पहले काफी अच्छे लोगों के घर हैं। दरोगा का घर से बाहर जाने का एक ही रास्ता है। जबकी वो गली बंद है, ऐसे में बदमाशों द्वारा उसी घर को चुनना सवालिया निशान उठाता है।

पत्नी से पूछा क्या करता है तुम्हारा पति

दरोगा की पत्नी रुचि से बदमाशों ने पूछा कि तेरा पति क्या करता है। रुची ने कहा कि क्राइम ब्रांच से हो पता ही होगा मेरे पति के बारे में। यह बात सुनते ही बदमाशों ने रुची को थप्पड़ मारा और अभद्रता करने लगे।

मासूम बच्ची को रोता देख बदमाशों ने पिलाया पानी

बदमाशों द्वारा गन प्वांइंट पर ली गई छह वर्ष की आन्या को रोता देख एक बदमाश किचन से उसके लिये पानी लेकर आया। पानी पिलाने के बाद बदमाश वहीं बैठ गया। पीड़ितों ने बताया कि इसके बाद उसने आन्या को गन प्वांइंट पर नहीं लिया बल्कि उसको दया भरी निगाहों से देखता रहा।

दरोगा की कैप देख बौखलाए बदमाश

अलमारी खोलने पर उसमें से गिरी दरोगा की कैप को देख बदमाश बौखला से गये। रुची ने बताया कि बदमाशों का कहना था कि इस दरोगा ने काफी परेशान किया है। लोगों को पीेटकर उन्हे जेल भेजता है, आज इसकी बारी है। जिसके बाद बदमाशों ने दोबारा उनके साथ मारपीट करना शुरु कर दी। इसके अलावा बदमाशों ने दरोगा के पिस्टल के बारे में पूछा। जिसपर उन्होने बताया कि पिस्टल तो पुष्कर के पास ही रहती है। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें