रेलवे बोर्ड से सिटी श्मशान भूमि क्रासिंग पर आरओबी पास
सिटी शमशान भूमि पर ओवरब्रिज बनाने की चल रही मांग को रेलवे बोर्ड ने पास कर दिया है। अब जल्द ही ओवरब्रिज बनाने का काम शुरु होगा। शुक्रवार को रेलवे बोर्ड की इंजीनियर टीम अपने साथ निर्माण एजेंसी के...
सिटी शमशान भूमि पर ओवरब्रिज बनाने की चल रही मांग को रेलवे बोर्ड ने पास कर दिया है। अब जल्द ही ओवरब्रिज बनाने का काम शुरु होगा। शुक्रवार को रेलवे बोर्ड की इंजीनियर टीम अपने साथ निर्माण एजेंसी के कर्मचारियों को लेकर क्रासिंग पर मौका मुआयना करने पहुंची। टीम ने ओवरब्रिज का खाका तैयार किया।
करीब एक घंटे तक मौके पर रही। रेल अधिकारियों का कहना है, दिल्ली की पीसीसी कंपनी ही रेल ब्रिज बनाने का काम करती है। कंपनी के अधिकारी भी क्रासिंग पर मौका मुआयना कर चुके हैं। अब ओवरब्रिज निर्माण को मेटेरियल लाने का काम शुरु हुआ।
इन अफसरों ने किया मौका मुआयना : रेलवे बोर्ड में निर्माण विभाग के इंजीनियर मुकेश कुमार दोपहर को सिटी शमशान भूमि रेलवे क्रासिंग पहुंचे। उनके साथ प्रगति कंस्ट्रक्शन कंपनी के रामपाल, संजीव कुमार, विवेक भी दिल्ली से आए थे। रामपाल का कहना है, रेलवे बोर्ड से सिटी क्रासिंग संख्या 359-बी को स्वीकृति मिल गई है। रेलवे बोर्ड से ही पीसीसी कंपनी को ओवरब्रिज निर्माण को जिम्मेदारी मिली है। यहां से इंजीनियर मुकेश के नेतृत्व में रिपोर्ट बनाकर कंपनी द्वारा बोर्ड को दी जाएगी। टेक्नीकल टीम आओबी निर्माण में आने वाले खर्च का स्टीमेट देगी, तभी रेल बोर्ड फंड जारी करेगा।
वाइसेप बनेगा ओवरब्रिज : रेल अधिकारियों का कहना है, सिटी शमशान भूमि क्रासिंग पर दो क्रासिंग हैं। एक एनईआर और दूसरी एनआर की क्रासिंग है। इसलिए दोनों साइड से वाइसेप आकर में ओवरब्रिज को बनाया जाएगा। इंजीनियरों का कहना है, बाकरगंज की ओर कुछ जगह भी कम है। कुछ दुकानें और मकान ओवरब्रिज की चपेट में आ सकते हैं।
इन कालोनियों-गांवों को होगा फायदा : बाकरगंज, नई बस्ती, मढ़ीनाथ, सराय तल्फी, हुसैन बाग, कटघर, ऊंचागांव, दौली रघुवर दयाल, गोरा, राघवपुर आदि मोहल्लों और गांव की 30-35 हजार की आबादी वाले इलाकों को सिटी शमशान भूमि क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनने से हमेशा को जाम से मुक्ति मिल जाएगी।