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बुराइयों के खिलाफ लड़नी होगी लड़ाई, तभी होगा समाज में सुधार:मुफ्ती

भारत व नेपाल उलेमा इत्तेहाद काउंसिल मंजर-ए-इस्लाम दरगाह आला हजरत की ओर से ताजादारे अहले-सुन्नत इनामी मुकाबले का आयोजन दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां की...

बुराइयों के खिलाफ लड़नी होगी लड़ाई, तभी होगा समाज में सुधार:मुफ्ती
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीFri, 10 Feb 2023 02:10 AM
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भारत व नेपाल उलेमा इत्तेहाद काउंसिल मंजर-ए-इस्लाम दरगाह आला हजरत की ओर से ताजादारे अहले-सुन्नत इनामी मुकाबले का आयोजन दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की सदारत में किया गया। इसमें बरेली व पीलीभीत के सौ से अधिक इमाम शामिल हुए। उन्हें वार्षिक उपहार के रूप में वार्षिक डायरी भेंट की गई।

उलमा व मस्जिदों के इमाम को संबोधित करते हुए मुफ्ती मोहम्मद सलीम बरेलवी ने कहा कि आज हमारा समाज बहुत खराब माहौल से गुजर रहा है। शराब, जुआ, सूदखोरी और नफरत आम हो चुकी है। ऐसे में हमें अपने बुजुर्गों, पीर वालियों, सूफियाए किराम और परहेजगार नेक उलेमा के नक्शे कदम पर चलते हुए समाजिक बुराइयों के विरुद्ध लड़ाई लड़नी होगी। आपसी सौहार्द्र को बढ़ावा देकर मुफ्ती-ए-आजम ने जिस तरह खुलूस के साथ मजहब व मिल्लत, मसलके आला हजरत और मुल्क में अमन व शांति की स्थापना के लिए रात-दिन मेहनत की थी वैसे ही हमें भी करना होगी। कार्यक्रम के दौरान दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि आज नई पीढ़ी को अपने बुजुर्गों के सेवा भाव, उनके मानवतावाद और धार्मिक जिंदगी से अवगत कराना बहुत जरूरी है। ताकि वे अपने बुजुर्गों के नक्शे कदम पर चल कर अपने मजहब, मसलक, मुल्क व मिल्लत के साथ अपने समाज व मानवता की सेवा करने का अपने अंदर भाव पैदा कर सकें। इसके पहले प्रतियोगिता में आला हजरत के साहिबजादे मुफ्ती-ए-आजम मुफ्ती मोहम्मद मुस्तफा रजा खां की दीनी, मसलकी, इल्मी और रूहानी खिदमात व उनकी धार्मिक जीवनी से संबंधित प्रश्न किये गए थे।

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