Return of Muslim Families to Gausganj After 5 Months Amid Security Measures कड़ी सुरक्षा में पलायन करने वाले छह परिवारों को घरों में बसाया, Bareily Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsBareily NewsReturn of Muslim Families to Gausganj After 5 Months Amid Security Measures

कड़ी सुरक्षा में पलायन करने वाले छह परिवारों को घरों में बसाया

Bareily News - मीरगंज/ शाही, संवाददाता। गौसगंज में हुए बवाल के बाद मुस्लिम परिवार दूसरे पक्ष के आक्रोश एवं पुलिस कार्रवाई के खौफ से गांव से पयालन कर गए थे। पुलिस प्र

Newswrap हिन्दुस्तान, बरेलीTue, 24 Dec 2024 01:47 AM
share Share
Follow Us on
कड़ी सुरक्षा में पलायन करने वाले छह परिवारों को घरों में बसाया

मीरगंज/ शाही, संवाददाता। गौसगंज में हुए बवाल के बाद मुस्लिम परिवार गांव से पयालन कर गए थे। पुलिस प्रशासन ने छह परिवार को उनके घरों में बसा दिया। पांच महीने बाद अपने घर पहुंचे लोगों की आंखें नम हो गई।

गौसगंज की स्थिति सामान्य बनाने को अधिकारियों ने दोनों समुदाय के लोगों से कई चरणों में बात की। पुलिस ने गांव में दोनों समुदाय की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। गांव में अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित कर पीएसी तैनात कर दी। हर गतिविधि पर नजर रखने को पूरे गांव में 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।

सोमवार को गौसगंज की 12 -13 महिलाएं व पुरुष शाही थाने पहुंचे। ग्रामीणों ने सभी को गांव में बसाकर सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। यहां ग्रामीण दो घंटे थाने में जमे रहे। पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी छह परिवारों के 14 लोगों को कड़ी सुरक्षा में गौसगंज ले गए। सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम तृप्ति गुप्ता, सीओ प्रथम मनोज कुमार, सीओ मीरगंज गौरव सिंह एवं एसओ अमित कुमार बालियान ने अख्तर अली, रुकसाना, फरजाना, फरीदन, साहिल एवं तस्लीम के परिवारों के 14 सदस्यों को उनके घरों में पहुंचा दिया।

घरों में पहुंचे 14 सदस्यों में दो पुरूष एवं 12 महिलाएं हैं। पांच माह बाद घर में दाखिल हुईं महिलाओं के भावुक होने पर उनकी आंखे नम हो गईं। पलायन करने वाले पुरुष गांव में बसने के बाद दूसरे पक्ष के रूख पर नजर रखे हैं। अधिकारियों ने दूसरे पक्ष के ग्रामीणों को समझाकर पुरानी बातों को भूल कर नई शुरुआत कर गांव में अमन चैन कायम करने में सहयोग देने की अपील की।

चार चरणों में बसाए जायेंगे मुस्लिम परिवार

सीओ प्रथम मनोज कुमार ने बताया सोमवार को छह ऐसे परिवारों को गांव में बसाया है जिनका कोई भी सदस्य किसी मुकदमे में वांछित नहीं है। उन्होने बताया दूसरे चरण में ऐसे परिवार गांव में बसायेंगे जिन के सदस्य मुकदमों में वांछित तो हैं, लेकिन वे कोर्ट में हाजिर हो गए हैं अथवा जेल जा चुके हैं। तीसरे चरण में उन परिवारों को बसायेंगे जिन के वांछित सदस्य अभी हाजिर नहीं हुए हैं। उनके परिवारों को वांछित कोर्ट में हाजिर होने पर ही बसाने की कार्रवाई होगी। अंतिम चरण में उन आरोपियों के परिवार बसाए जायंगे जिन पर एनएसए की कार्रवाई हो चुकी है।

खुश नहीं है दूसरा पक्ष

अधिकारियों ने सुरक्षा के इंतजाम कर पलायन करने वाले छह परिवारों को बसा दिया। दूसरे परिवार की भी घर आने की संभावना है। इससे दूसरा पक्ष खुश नहीं हैं। खुलकर कोई नहीं बोल रहा है। दबी जुबान से दूसरे पक्ष के लोगों ने बताया पुलिस प्रशासन ने जल्दीबाजी की है। दूसरे पक्ष के लोग बवाल से पहले चार परिवारों के लोगों पर हमला कर चुके हैं। उनके आने से भविष्य में अप्रिय घटना हो सकती है।

घरों पर चला था बुलडोजर

बवाल के बाद प्रशासन ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर निर्माण करने वाले 16 मकानों को चिह्नित किया था। इनमें से 12 मकानों पर बुलडोजर चला कर अतिक्रमण वाले हिस्से को ध्वस्त कर दिया था। मुख्य आरोपी का पूरा मकान जमींदोज हो गया था।

छह परिवारों को उनके घरों में बसा दिया है। उनकी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। स्थिति का आंकलन किया जायेगा। स्थिति सामान्य होने पर दूसरे परिवारों को भी गांव में बसाने की कार्रवाई की जायेगी। पुलिस चौकी स्थापित हो गई है। पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं।

तृप्ति गुप्ता, एसडीएम मीरगंज

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।