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रेल यूनियन नेता को आरोप पत्र जारी, पीडब्ल्यूआई पर जांच की तलवार लटकी

इज्जतनगर रेल मंडल के पूरनपुर सेक्शन में यूनियन नेता को बिना ड्यूटी तीन महीने वेतन देने का मामला सुर्खियों में है। इस मामले में मंडल स्तर पर अधिकारियों ने कार्यवाही शुरू की है। यूनियन नेता दिलीप कुमार...

रेल यूनियन नेता को आरोप पत्र जारी, पीडब्ल्यूआई पर जांच की तलवार लटकी
कार्यालय संवाददाता,बरेली। Wed, 20 May 2020 02:31 PM
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इज्जतनगर रेल मंडल के पूरनपुर सेक्शन में यूनियन नेता को बिना ड्यूटी तीन महीने वेतन देने का मामला सुर्खियों में है। इस मामले में मंडल स्तर पर अधिकारियों ने कार्यवाही शुरू की है। यूनियन नेता दिलीप कुमार को सस्पेंड कर दिया गया था। अब आरोप पत्र जारी किया गया है। 10 दिन में जवाब मांगा गया है। सबसे बड़ी बात है कि इस मामले में पीडब्लूआई( प्रथम) फारूख भी जांच के घेरे में फंस चुके हैं। उनका एक बाबू भी फर्जी हाजिरी लगाने में जांच के दायरे में आ गया है। नेता ही नहीं बाबू और पीडब्लूआई पर भी कार्यवाई तय है।

विदित होगा, दो सप्ताह पहले पीलीभीत के पूरनपुर सेक्शन में यूनियन नेता दिलीप कुमार यादव को बिना ड्यूटी तीन महीने वेतन देने का मुद्दा उठा था। कर्मचारियों ने आरोप लगाया था, दो कर्मचारियों की जगह एक से ही मीटरगेज स्क्रैप की रखवाली कराई जा रही है। जबकि दिलीप कुमार अपने घर खलीलाबाद में मार्च से हैं।

मगर उनकी तीन महीने से रजिस्टर में फर्जी हाजिरी लगाकर वेतन जारी कराया जा रहा है। इसको लेकर हंगामा हुआ। इज्जतनगर मंडल ऑफिस के अधिकारियों को सूचना मिली तो सबसे पहले दिलीप कुमार को सस्पेंड कर दिया गया। तीसरे दिन लॉकडाउन में दिलीप भी घर से आ गए। नेताओं ने अधिकारियों पर दबाव बनाने का प्रयास किया। दूसरा हाजिरी रजिस्टर बनाकर दिलीप कुमार के हस्ताक्षर कराए गए। उसमें भी बवाल खड़ा हो गया ।

अधिकारियों ने संबंधित पीडब्ल्यू आई की फटकार लगाई। कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मामला ज्यादा बढ़ते ही दिलीप कुमार को आरोप पत्र जारी कर दिया है। जिसमें 10 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। हस्ताक्षर की जांच को रिपोर्ट भेजी गई है। आरोप है, पीडब्ल्यूआई फारूख नेताओं के दबाव में दिलीप कुमार को बचाने के प्रयास में लगे थे। एक पत्र लिखवा लिया गया था कि रजिस्टर पर जो हस्ताक्षर किए हैं वह दिलीप के ही है।

एक जैसी ई, अमरजीत और दिलीप में बनी होने के कारण यह पूरा खेल खुलता चला गया। अधिकारियों का कहना है, पीडब्लूआई और संबंधित बाबू के खिलाफ भी जांच होगी। किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। इज्जतनगर रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह का कहना है, कर्मचारी दिलीप कुमार को आरोप पत्र जारी किया गया है। 10 दिन में जवाब मांगा गया है। अभी जांच की जा रही है, जो भी जांच में लिप्त पाया जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

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