होम आइसोलेशन में मरीज की मौत, रातभर घर में रहा शव
कोरोना संक्रमित 81 वर्षीय बुजुर्ग की घर में मौत हो गई। घरवालों का कहना था कि वह होम आइसालेशन में थे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम सिर्फ एक बार उनके घर गई थी। इतना ही नहीं, शव रातभर घर रहा और सुबह...
कोरोना संक्रमित 81 वर्षीय बुजुर्ग की घर में मौत हो गई। घरवालों का कहना था कि वह होम आइसालेशन में थे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम सिर्फ एक बार उनके घर गई थी। इतना ही नहीं, शव रातभर घर रहा और सुबह जब शव वाहन पहुंचा तो विभाग की तरफ से शव उठाने के लिए कोई कर्मचारी नहीं था। मृतक के बेटों ने शव उठाकर वाहन में रखा।
नगर निगम के पार्षद राजेश अग्रवाल ने बताया कि उनके पड़ोस में 81 वर्षीय बुजुर्ग कोरोना पाजिटिव आए थे और होम आइसोलेशन में थे। बीते सोमवार को उनकी मौत हो गई। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित मृतकों में उनका नाम नहीं दिखाया। इतना ही नहीं, अंतिम संस्कार के लिए भी कोई शव वाहन नहीं भेजा। कई बार कहने के बाद शव वाहन आया तो उसमें कोई कर्मचारी नहीं था। ऐसे में दोनों बेटो ने पीपीई किट पहनकर पिता का शव उठाया और शव वाहन में रखा। पार्षद राजेश अग्रवाल ने कहा कि संक्रमितों के शव को वाहन में रखने के लिए कोई कर्मचारी नहीं होना बेहद दु:खद है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर निगम की सीमा में किसी संक्रमित की मौत होती है तो परिजनों को असुविधा होने पर वह प्राइवेट आदमी भेजकर शव का अंतिम संस्कार कराने की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं।