ओपीडी में भीड़, डेंगू वार्ड अब भी फुल
डेंगू के साथ ही बुखार का हमला भी तेज हो गया है। जिला अस्पताल में सोमवार को ओपीडी में मरीजो की काफी भीड़ रही। पर्चा काउंटर से लेकर दवा लेने तक, मरीजों...

डेंगू के साथ ही बुखार का हमला भी तेज हो गया है। जिला अस्पताल में सोमवार को ओपीडी में मरीजो की काफी भीड़ रही। पर्चा काउंटर से लेकर दवा लेने तक, मरीजों व तीमारदारों में धक्का-मुक्की होती रही। इधर, जिला अस्पताल में डेंगू वार्ड फुल होने के बाद सीएचसी पर भी मरीजों को भर्ती करने की तैयारी की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सोमवार को 121 लोगों की एलाइजा जांच कराई गई। इसमें दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले में अब डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 185 हो गई है। सोमवार को जिला अस्पताल में ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। पर्चा काउंटर पर सुबह आठ बजे से ही मरीज जुटने लगे थे। दोपहर 12 बजे तक पर्चा बनवाने के लिए मरीजों की लंबी कतार लगी रही। जिला अस्पताल में बुखार के औसतन रोजाना 200 मरीज इलाज कराने आ रहे हैं।
प्राइवेट अस्पताल ने नहीं दी डेंगू मरीज की सूचना, डॉक्टर को नोटिस
पीलीभीत बाईपास स्थित निजी अस्पताल ने डेंगू मरीज की मौत होने की सूचना सीएमओ कार्यालय को नहीं दी। यहां नवाबगंज के एक डॉक्टर का इलाज चल रहा था। अस्पताल ने एनएस-1 कार्ड की जांच में उनको डेंगू पॉजिटिव बताया था। एलाइजा सैंपल जिला अस्पताल नहीं भेजा। इस बाबत कोई सूचना भी नहीं दी थी। अब मरीज की मौत के बाद डॉक्टर को नोटिस भेजा गया है।
सभी सीएचसी पर पांच-पांच बेड होंगे रिजर्व
सीएमओ डॉ. बलवीर सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल के साथ ही अब सीएचसी पर भी डेंगू मरीजों का उपचार करने के लिए बेड रिजर्व किया गया है। सभी सीएचसी पर पांच-पांच बेड डेंगू मरीजों के लिए रहेंगे। इस बाबत सीएचसी प्रभारियों को निर्देश दिया गया है। नवाबगंज और मीरगंज में डेंगू मरीजों की संख्या अधिक है। ऐसे में यहां नियमित रूप से चिकित्सा शिविर लगाकर बुखार के मरीजों की जांच करने का निर्देश दिया गया है।
