बरेली में टीबी पीड़ित एचआईवी मरीजों को वन काउंटर की सुविधा, खबर में जानें कैसे मिलेगा इसका लाभ
टीबी से पीड़ित एचआईवी पॉजीटिव मरीजों को अब एक ही काउंटर पर दोनों बीमारियों की दवा मिलेगी। शासन के निर्देश पर उनके लिए वन काउंटर सुविधा शुरू की गई है। यह काउंटर एआरटी सेंटर पर बनाया गया है। इतना ही...
टीबी से पीड़ित एचआईवी पॉजीटिव मरीजों को अब एक ही काउंटर पर दोनों बीमारियों की दवा मिलेगी। शासन के निर्देश पर उनके लिए वन काउंटर सुविधा शुरू की गई है। यह काउंटर एआरटी सेंटर पर बनाया गया है। इतना ही नहीं, यहां पंजीकृत मरीजों को शासन की तरफ से मिलेगी वाली सभी सुविधाएं भी दी जाएंगी। जिले में करीब 30 फीसदी एचआईवी मरीज ऐसे हैं, जिनको टीबी की बीमारी भी है। शासन ने ऐसे मरीजों के बारे में रिपोर्ट मंगाई थी, जो एड्स पीड़ित हैं और एआरटी सेंटर पर उनका पंजीकरण है। साथ ही उनको टीबी की बीमारी भी है। बरेली जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर में पंजीकृत एचआईवी पाजीटिव मरीजों में 576 फीसदी मरीज ऐसे निकले जिनको क्षयरोग भी है। ऐसे में उनके लिए वन काउंटर सुविधा शुरू की जा रही है।
मरीजों को होगी यह सहूलियत
- एचआईवी और टीबी की दवा लेने के लिए मरीजों को दो जगह चक्कर नहीं काटना होगा ’ वन काउंटर सेंटर पर एचआईवी के मरीजों को टीबी की दवा के साथ ही प्रतिमाह 500 रुपये भी पोषक तत्वों के सेवन के लिए दिए जाएंगे ’ दवा खत्म होने पर एक ही सेंटर से दवा मिलेगी। साथ ही उनकी पहचान भी गोपनीय रहेगी।
- मानीटरिंग होगी आसान
- वन काउंटर सुविधा से एचआईवी और टीबी के मरीजों की मानीटरिंग आसान होगी ’ क्षयरोग केंद्र की तरफ से चलाए जा रहे एक्टिव केस फाइडिंग अभियान में नए मरीजों की पहचान आसान होगी
- मरीज एचआईवी या टीबी की दवा नियमित खा रहा है या नहीं, यह पता करना भी आसान हो जाएगा
बड़ी संख्या ऐसे एचआईवी पाजीटिव मरीजों की है जो टीबी से भी पीड़ित है। अब उनको एक ही जगह दोनों बीमारियों की दवा मिल सकेगी।
मनोज कुमार एआरटी प्रभारी