नगर निगम खुद उठाएगा डेरियों से गोबर
स्वच्छ भारत मिशन की तर्ज़ पर नगर निगम बाटे गए कूड़ेदानों के बाद अब दूध की डेरियों गोबर उठाने की प्लानिंग बना रहा है। डेरियों से गोबर उठाने का जिम्मा हरियाणा की इंटरनेशनल कोल कम्पनी से करार किया जा रहा...
स्वच्छ भारत मिशन की तर्ज़ पर नगर निगम बाटे गए कूड़ेदानों के बाद अब दूध की डेरियों गोबर उठाने की प्लानिंग बना रहा है। डेरियों से गोबर उठाने का जिम्मा हरियाणा की इंटरनेशनल कोल कम्पनी से करार किया जा रहा है।
शहर की विभिन्न डेरियों से निकलने वाला गोबर अब सड़क किनारे या फिर नालियों में नहीं बहाया जाएगा। नगर निगम इन डेरियों से इस गोबर को उठाएंगा व इससे गोबर गैस बनाई जाएगी। पहला गोबर गैस प्लांट लगाए जाएगा। इसके लिए नगर निगम कम्पनी से डीपीआर मांगी है। डीपीआर में यह भी जिक्र होगा कि इस गैस का कहां व कैसे इस्तेमाल किया जाएगा।
30 मीट्रिक टन गोबर से बनेगी गैस
निगम के आंकड़ों के अनुसार बरेली से रोजाना 30 मीट्रिक टन गोबर निकलता है। इससे काफी गैस बनाई जा सकती है।
सड़कों पर आवारा गाय घूमती नहीं दिखाई देंगी
नगर निगम क्षेत्र की सड़कों पर जल्द ही गाय घूमती नजर नहीं आएंगी। इनके लिए सीबीगंज स्थित खड़ाओ में अलग से कान्हा पशु आश्रय बनाया जा रहा है। इसमें 150 से 200 गायों को रखने की व्यवस्था होगी।
डेरियों से उठाया जाएगा गोबर:नगरायुक्त
शहर की विभिन्न दूध की डेरियों से नगर निगम गोबर उठाने की प्लानिंग बना रहा है। इसके लिए इंटरनेशनल कंपनियों से बातचीत चल रही है। फिलहाल हरियाणा की एक कंपनी ने अपना प्रोजेक्ट दिखाया है। उनसे डीपीआर मांगी गई है। इसके बाद गोबर गैस प्लांट लगाया जाएगा और डेरियों से गोबर उठाने की व्यवस्था की जाएगी।
आरके श्रीवास्तव नगर आयुक्त