मच्छर को टक्कर : नए इलाकों में मच्छरों का हमला, बढ़ रहे मरीज
संचारी रोग अभियान में स्वास्थ्य विभाग का पूरा जोर जिले के 4 ब्लाक में था जहां बीते साल मलेरिया ने कहर बरपाया था। लेकिन इस साल जिस तरह दूसरे इलाकों में संचारी रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही...
संचारी रोग अभियान में स्वास्थ्य विभाग का पूरा जोर जिले के 4 ब्लाक में था जहां बीते साल मलेरिया ने कहर बरपाया था। लेकिन इस साल जिस तरह दूसरे इलाकों में संचारी रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बेचैन कर दिया है। पहले से संवेदनशील चार ब्लाक में तो मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ ही रही है, डेंगू और जेई ने दूसरे इलाकों में हमला कर दिया है।
बीते साल मलेरिया के 50 हजार से अधिक मरीज मिले थे। विभाग ने चार संवेदनशील ब्लाकों का खाका तैयार किया था। इसमें आंवला, मझगवां, भमौरा और रामनगर शामिल हैं। इन चार ब्लाकों में 120 से अधिक गांवों को संवेदनशील मानते हुए वहां विशेष अभियान चलाने की रणनीति बनाई गई है। इन गांवों में सबसे पहले फागिंग हुई, लार्वानाशक का छिड़काव किया गया। इस साल अब तक डेंगू के 22 मरीज मिले हैं जिसमें केवल भोजीपुरा के 12 हैं। यह आंकड़ा चौंकाने वाला है। भोजीपुरा को विभाग कभी इतना संवेदनशील नहीं मान रहा था। इसी तरह जापानी इंसेफेलाइटिस का पहला मरीज भी नवाबगंज इलाके में निकला। यहां की 26 साल की महिला में जापानी बुखार होने की पुष्टि हुई है।