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बरेली: सत्ता की धौंस दिखाकर थाने से आरोपी को छुड़ा ले गए विधायक

बहेड़ी के दमखोदा में शनिवार को प्रशासन के समक्ष अजीबोगरीब हालात पैदा हो गए, जब बिना लाइसेंस के चल रहे मेडिकल स्टोर स्वामी को थाने लाया गया और विधायक छत्रपाल गंगवार उसे वहां से छुड़ाते हुए अपनी गाड़ी...

ड्रग इंस्पेक्टर नवनीत कुमार के नेतृत्व में टीम ने मेडिकल पर छापेमारी की
1/ 2ड्रग इंस्पेक्टर नवनीत कुमार के नेतृत्व में टीम ने मेडिकल पर छापेमारी की
ड्रग विभाग की टीम को मेडिकल स्टोर पर सरकारी अस्पताल की दवाइयां भी मिलीं
2/ 2ड्रग विभाग की टीम को मेडिकल स्टोर पर सरकारी अस्पताल की दवाइयां भी मिलीं
देवरनियां। हिन्दुस्तान संवादSun, 30 Jul 2017 06:06 AM
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बहेड़ी के दमखोदा में शनिवार को प्रशासन के समक्ष अजीबोगरीब हालात पैदा हो गए, जब बिना लाइसेंस के चल रहे मेडिकल स्टोर स्वामी को थाने लाया गया और विधायक छत्रपाल गंगवार उसे वहां से छुड़ाते हुए अपनी गाड़ी में बैठाकर चले गए। ड्रग विभाग की टीम को मेडिकल स्टोर पर सरकारी अस्पताल की दवाइयां भी मिलीं। प्रशासन ने विधायक के खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेजने का फैसला किया है। 

दमखोदा में विपिन कुमार मेडिकल स्टोर चला रहा था। शनिवार को ड्रग इंस्पेक्टर नवनीत कुमार के नेतृत्व में टीम ने मेडिकल पर छापेमारी की। मेडिकल स्टोर बिना लाइसेंस के चल रहा था। स्टोर पर सरकारी अस्पताल की दवाइयां भी मिलीं, जिन्हें टीम ने जब्त कर लिया। इंस्पेक्टर नवनीत कुमार ने बताया कि लंबे समय से मेडिकल स्टोर के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं। जांच में मामला सही निकला। ड्रग विभाग की टीम उसे पकड़कर थाने लाई। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी चल रही थी कि विधायक छत्रपाल गंगवार वहां पहुंच गए। बताया जा रहा है कि मेडिकल स्टोर संचालक को पकड़ने के विरोध में उन्होंने ड्र्रग विभाग की टीम को हड़काया और थाने से विपिन को छुड़ाकर अपनी गाड़ी में बैठाकर चले गए।

ड्रग विभाग की टीम ने इस बाबत प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी दी। देर रात आरोपी विपिन के खिलाफ ड्रग एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। प्रशासन ने विधायक के व्यवहार के खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेजने की बात कही है। इस बाबत विधायक का पक्ष जानने की कोशिश की गई पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया। 

ड्रग विभाग की टीम दमखोदा में बगैर लाइसेंस के चल रहे मेडिकल स्टोर की जांच करने गई थी। मौके से दवाइयां जब्त की गईं और संचालक को थाने लाया गया। बहेड़ी विधायक आरोपी मेडिकल संचालक को थाने से छुड़ाकर ले गए। विधायक के व्यवहार की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।
यूपी सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट

पैतृक गांव के मामले में विधायक ने दिखाई धौंस
गांव दमखोदा बहेडी विधायक छत्रपाल सिंह गंगवार का पैतृक गांव है। बताया जा रहा है कि मेडिकल स्टोर संचालक विपिन विधायक का जानने वाला था। उसके खिलाफ एफएसडीए की टीम को लगातार शिकायत मिल रही थी। इसी बिना पर इंस्पेक्टर के नेतृत्व में टीम कार्रवाई करने गई थी। ड्रग विभाग की टीम का आरोप है कि विधायक ने टीम से कहा कि मुझे जानकारी दिए बगैर कैसे कार्रवाई की। इस बाबत टीम ने प्रशासनिक अफसरों से शिकायत भी की।

29,108 रुपये की सरकारी दवा पकड़ी
ड्रग विभाग के अफसरों ने बताया कि टीम ने मेडिकल स्टोर पर 29,108 रुपये की सरकारी दवा पकड़ी। ये दवाएं आसपास के किसी सरकारी हॉस्पिटल को सप्लाई की गई थी पर वे मेडिकल स्टोर पर पहुंच गईं।

मिलीभगत से चल रहा था धंधा 
सवाल यह है कि मेडिकल स्टोर पर सरकारी अस्पताल की दवाएं कैसे पहुंच गईं। इसके लिए अकेले मेडिकल स्टोर स्वामी दोषी नहीं है। इसमें सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों, बिचौलियों और माफिया का पूरा गठजोड़ काम कर रहा है। जांच होने पर ही इस गठजोड़ का खुलासा हो पाएगा।

कानून व्यवस्था को खतरा
प्रशासन की टीम इस बाबत शासन को रिपोर्ट भेजने जा रही है। इसमें विधायक छत्रपाल गंगवार के व्यवहार की शिकायत की जाएगी। सिटी मजिस्ट्र्रेट ने बताया कि जिस तरह विधायक ने अफसरों से व्यवहार किया, उससे किसी दिन कानून व्यवस्था की गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।

विधायक ने रुकवाया, प्रशासन ने दर्ज कराया मुकदमा
थाने में विधायक ने सत्ता का धौंस दिखाते हुए आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से बचा लिया और अफसरों को जमकर हड़काया। ड्रग विभाग की टीम ने जिला स्तरीय अफसरों से इस बाबत शिकायत की तो प्रशासन ने आरोपी विपिन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया। देर शाम मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

सत्ता मिलते ही शुरू हो गई थी धौंस

1. मारपीट करते कैमरे में कैद हुए थे विधायक
सत्ता मिले अभी अधिक दिन भी नहीं हुए थे कि फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा पर सीतापुर जिले के एक भाजपा विधायक मारपीट और तोड़फोड़ करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। इस घटना की सोशल मीडिया में काफी निंदा हुई थी। टोल कर्मचारियों ने भी विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

2. नवाबगंज विधायक भी फंसे थे ऐसे मामले में 
नवाबगंज विधायक केसर सिंह भी सत्ता की धौंस और दबंगई को लेकर चर्चा में आ चुके हैं। कुछ किसानों ने उनसे बैंक से पेमेंट न होने की शिकायत की थी। इस पर विधायक किसानों को लेकर बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा पर पहुंचे और आरोप है कि वहां मारपीट की थी। इस घटना के विरोध में बैंककर्मियों ने काफी आंदोलन भी किया था।

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