अपने फायदे के लिए शरियत का इस्तेमाल करते हैं मर्द : रुमाना
दिल्ली निर्भया केस में आरोपी मुस्लिम लड़के को शरियत के हिसाब से सजा नहीं दी गई और जब बात औरत की आती है तो मर्द शरियत का कानून समझाने लगते हैं। ये मर्द अपने फायदे के लिए शरियत का इस्तेमाल करते है। ये...
अपने फायदे के लिए शरियत का इस्तेमाल करते हैं मर्द : रुमाना
दिल्ली निर्भया केस में आरोपी मुस्लिम लड़के को शरियत के हिसाब से सजा नहीं दी गई और जब बात औरत की आती है तो मर्द शरियत का कानून समझाने लगते हैं। ये मर्द अपने फायदे के लिए शरियत का इस्तेमाल करते है। ये बात उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग की सदस्या रुमाना सिद्दिकी ने कही।
रामपुर से लखनऊ जा रही रुमना सिद्दिकी ने शुक्रवार को बरेली सर्किट हाउस में रात्री विश्राम के लिए रुकी। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि हम तलाक पीडि़ताओं को न्याय दिलाने में लगे हुए हैं। हमें हिन्दुस्तान के संविधान ओर कानून पर ही चलना होगा। मर्दों को सिर्फ तीन तलाक के कानून पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए। अगर औरत को मर्द तलाक नहीं दे यही बड़ी बात होगी। अब महिलाएं सशक्त हो रही हैं। जब तक समाज को डर नहीं होगा तब तक सुधार नहीं आ सकता। रुमाना ने बताया कि बरेली में तीन तलाक के केसों की गिनती में इजाफा हुआ है। मैं इसकी वजह तलाश कर रही हूं। बरेली के कार्यकार्ताओं के साथ बात कर रणनीति तैयार की जाएगी।