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अरिल को जीवन और गोमती को विस्तार देगी मनरेगा

जन सहयोग से अरिल को जिंदा करने और गोमती को विस्तार देने की योजना सिर्फ नेता-अधिकारियों के दावों में सिमट कर रही गई। योगी सरकार ने मनरेगा के बजट से अरिल को जीवित और गोमती के बहाव क्षेत्र को दुरुस्त...

अरिल को जीवन और गोमती को विस्तार देगी मनरेगा
आमोद कौशिक,बरेलीThu, 17 Jan 2019 02:46 PM
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जन सहयोग से अरिल को जिंदा करने और गोमती को विस्तार देने की योजना सिर्फ नेता-अधिकारियों के दावों में सिमट कर रही गई। योगी सरकार ने मनरेगा के बजट से अरिल को जीवित और गोमती के बहाव क्षेत्र को दुरुस्त कराने का फैसला किया है। सरकार की मंजूरी के बाद ग्राम्य विकास आयुक्त ने कमिश्नर से अरिल और गोमती नदी पर मनरेगा के तहत कराए जाने वाले कार्यों का एक्शन प्लान मांगा है। अगले वित्तीय वर्ष की कार्ययोजना में शामिल किया जा रहा है।

अरिल नदी संभल से बरेली-बदायूं से गुजरती हुई गंगा नदी में गिरती थी। बरेली और बदायूं में अरिल नदी की लंबी 137 किमी है। नदी के प्राकृतिक स्रोत बंद हो चुके हैं। नदी की जमीन पर दबंगों का कब्जा है। शासन ने सिंचाई विभाग की चार यूनिट को अरिल की खुदाई करने की जिम्मेदारी दी है। पीलीभीत से निकलने वाली गोमती नदी का अवैध कब्जों ने दम घोट दिया है। पीलीभीत और शाहजहांपुर में गोमती के बहाव क्षेत्र पर अवैध कब्जे हैं। नदी के प्राकृतिक स्रोत को दबंगों ने बंद कर दिया। कई जगह पर नदी नाले में तब्दील हो गई है।

शासन ने अरिल को पुर्नजीवन और गोमती को विस्तार देने की योजना को मनरेगा से परवान चढ़ाने का फैसला किया है। ग्राम्य विकास आयुक्त ने कमिश्नर से अरिल को जिंदा करने के लिए बरेली और बदायूं की कार्ययोजना देने को कहा है। जबकि गोमती नदी के विस्तार के लिए पीलीभीत-शाहजहांपुर का एक्शन प्लान मांगा है। कमिश्नर ने जेडीसी को नोडल अफसर नामित कर दिया है।

 

बरेली में अरिल की खुदाई पर खर्च होंगे 31 करोड़

बरेली में अरिल को जिंदा करने पर मनरेगा से करीब 31 करोड़ खर्च होंगे। बरेली में अरिल 65 किमी लंबी है। बरेली प्रशासन ने 30.81 करोड़ की कार्ययोजना कमिश्नर को भेज दी है।

 

दोनों नदियों के एक-एक किमी के दायरे में संरक्षित होंगे तालाब

अरिल और गोमती नदी के दोनों ओर एक-एक किमी के दायरे में आने वाले तालाबों को संरक्षित किया जाएगा। बरेली क्षेत्र में 300 तालाबों की खुदाई का काम मनरेगा से किया जाएगा। इसके अलावा नदी के तटों के दुरुस्त कर पौधरोपण भी मनरेगा से होगा। ऐसा ही गोमती नदी पर किया जाएगा।

 

इन जिलों से गुजरती है गोमती

पीलीभीत के माधोटांडा से गोमती नदी का उदगम हुआ है। पीलीभीत से शाहजहांपुर होते हुए गोमती नदी खीरी से गुजरती है। खीरी से सीतापुर होते हुए गोमती लखनऊ पहुंचती है। यहां से सुल्तानपुर-जौनपुर होते हुए वाराणसी के पास गोमती नदी गंगा में मिल जाती है।

 

कमिश्नर की सुनिए

कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने कहा कि अरिल नदी को जिंदा और गोमती नदी के विस्तार का कार्य मनरेगा से किया जाएगा। अरिल नदी बरेली और बदायूं में बहती है। जबकि गोमती बरेली मंडल के पीलीभीत और शाहजहांपुर से गुजरती है। डीएम से नदियों को पुर्नजीवन और विस्तार के मनरेगा के तहत कराए जाने वाले कार्यों का एक्शन प्लान देने को कहा है। शासन ने मनरेगा से दोनों नदियों के पुर्नजीवन और विस्तार का प्लान मांगा है।

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