उर्स-ए-रज़वी पर दुनिया में कहीं से भी लाइव सुनी जाएंगी उलेमा की तकरीरें
उरसे रजवी में इस बार उलेमा की तकरीर मोबाइल पर भी लाइव सुनी जा सकेंगी। पहली बार फेसबुक पर भी लाइव (ऑडियो) प्रसारण किया जाएगा। हमेशा की तरह इस बार भी उर्से रज़वी का वीडियो प्रसारण नही होगा।दरग़ाह के उर्स...
उरसे रजवी में इस बार उलेमा की तकरीर मोबाइल पर भी लाइव सुनी जा सकेंगी। पहली बार फेसबुक पर भी लाइव (ऑडियो) प्रसारण किया जाएगा। हमेशा की तरह इस बार भी उर्से रज़वी का वीडियो प्रसारण नही होगा।
दरग़ाह के उर्स प्रभारी सय्यद आसिफ मियां ने बताया कि मरकज़े अहले सुन्नत बरेली शरीफ का फतवा यह है कि वीडियोग्राफी नाजायज़ है इसलिए आलाहज़रत के उर्स की वीडियोग्राफी नहीं होती और न ही इसका वीडियो प्रसारण किया जाता है। मगर दुनिया के कौन कौन में बसे आला हज़रत और मरकजे़ अहले सुन्नत से आस्था रखने वाले उर्से रज़वी के प्रोग्रामों को सुनने को बेताब होते है। दूर-दराज़ के अक़दीदतमन्द जो किसी मजबूरी की बिना पर उर्स में शरीक नहीं हो पाते हैं। उनको उर्से रज़वी के समस्त आयोजनों में की जाने वाली तकरीरों को सुनवाने के लिए लाइव ऑडियो प्रसारण की व्यवस्था की गयी है। इस साल 13,14 और 15 नवम्बर को 99 वाँ उर्स हो रहा है। सय्यद आसिफ मियाँ ने यह भी बताया कि पूरी दुनिया के सुन्नी बरेलवी मुसलमानों में बेहद उत्साह देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही चूँकि अगले वर्ष 100 वाँ उर्स है जिसकी भव्य तैयारियों की पटकथा और रूपरेखा इसी 99 वें उर्स में लिखी जायेगी। इसलिए इस साल 99 वें उर्स के आयोजन के लिए हमारे ऊपर बहुत जिम्मेदारियाँ हैं और इन्हें सुचारू रूप से पूरा करने के लिए पूरी टीम दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियाँ और सज्जादा नशीन मौलाना अहसन मियां तथा टीटीएस के समस्त सदस्यों तथा कार्यकर्ता अभी से रातो-दिन मेहनत कर रहे हैं।