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काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के सामने आया नील गायों का झुंड, बचा रेल हादसा

बिलपुर और टिसुआ के बीच शुक्रवार की रात एक बड़ा रेल हादसा होते-होते बचा। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के सामने नील गायों का झुंड आ गया। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लेकर ट्रेन को रोका। इससे कोचों में सवार...

काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के सामने आया नील गायों का झुंड, बचा रेल हादसा
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीSun, 05 Nov 2017 01:23 AM
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बिलपुर और टिसुआ के बीच शुक्रवार की रात एक बड़ा रेल हादसा होते-होते बचा। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के सामने नील गायों का झुंड आ गया। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लेकर ट्रेन को रोका। इससे कोचों में सवार यात्री घबरा गए और चीख पुकार मच गई। इस घटना के बाद लखनऊ मेल, राजधानी एक्सप्रेस समेत कई गाड़ियों को रोका गया।

रेल सूत्रों के मुताबिक, बनारस से दिल्ली जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस रात करीब दो बजे आ रही थी। बिलपुर और टिसुआ रेलवे स्टेशन के बीच अचानक नील गायों और जंगली गायों का झुंड आ गया। ट्रैक पर नील गाय दौड़ रहे थे। 100 से अधिक नील गाय और गायें थीं। लोगों पायलट ने किसी तरह गाड़ी को इमरजेंसी ब्रेक लिया। इमरजेंसी ब्रेक लगते ही यात्री घबरा गए। कोचों में सवार यात्रियों में चीख पुकार मच गई। गाड़ी रुकते ही यात्री कोचों से उतरकर ट्रैक पर आ गए। गार्ड और लोको पायलट यात्रियों को बताया, तब यात्री शांत हुए।

इस घटना के चलते काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के बीच से आ रही लखनऊ मेल, राजधानी एक्सप्रेस आदि गाड़ियों को तिलहर, मीरानपुर कटरा और बिलपुर स्टेशन के बीच रोका गया। बिलपुर स्टेशन मास्टर ने बताया, इस क्षेत्र में नील गाय और जंगली गायों के कई झुंड हैं, जो रात को जंगल से आबादी के पास आ जाते हैं।

इंजन में फंसा था सांड

कुछ दिनों पहले बिलपुर क्रासिंग से पहले एक एक्सप्रेस गाड़ी से भारी भरकम सांड टकराया था। सांड इंजन के नीचे फंस गया था। गाड़ी पलटने ने बची थी। करीब एक घंटे में किसी तरह मरे हुए सांड को बाहर निकाला गया। डेढ़ घंटे दिल्ली-लखनऊ रेल मार्ग बंद रहा था। टिसुआ, पीतांबरपुर, रसुईया, कैंट और बरेली जंक्शन पर गाड़ियों को रोका गया।

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