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सोने-चांदी के थोक कारोबारी के तीन प्रतिष्ठान पर इनकम टैक्स का सर्वे

सोने-चांदी के थोक कारोबारी प्रदीप अग्रवाल के तीन प्रतिष्ठानों और उनके सीए के यहां शुक्रवार को इनकम टैक्स की टीम ने सर्वे किया। फर्म के खातों में नोटबंदी के दौरान मोटी रकम जमा हुई थी। इसी आधार पर...

सोने-चांदी के थोक कारोबारी के तीन प्रतिष्ठान पर इनकम टैक्स का सर्वे
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीSat, 06 Jul 2019 02:01 AM
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सोने-चांदी के थोक कारोबारी प्रदीप अग्रवाल के तीन प्रतिष्ठानों और उनके सीए के यहां शुक्रवार को इनकम टैक्स की टीम ने सर्वे किया। फर्म के खातों में नोटबंदी के दौरान मोटी रकम जमा हुई थी। इसी आधार पर सर्वे की कार्रवाई की गई है। सर्वे देर रात तक चलता रहा।

शुक्रवार को इनकम टैक्स की टीम ने प्रदीप अग्रवाल के तीन प्रतिष्ठानों और सीए के यहां एक साथ कार्रवाई की। पुलिस बल के साथ टीम पहले आलमगीरीगंज स्थित हर्ष बुलियन पर पहुंची। यह प्रतिष्ठान बंद मिला तो चाबी मंगवाकर इसे खुलवाया गया। आईटीओ बीडी प्रजापति, आईटीओ आरके सक्सेना, आईटीओ अनिल कुमार, इंस्पेक्टर रवींद्र सिंह, इंस्पेक्टर विद्युत दास ने काफी देर तक प्रतिष्ठान खंगाला। वहीं एक टीम बजरिया पूरनमल पहुंची। यहां घर पर ही कृष्णा बुलियन के नाम से फर्म का संचालन किया जाता है। पुलिस टीम के साथ पहुंचे अधिकारियों को देख हड़कंप मच गया। तीसरी टीम ने शहदाना कॉलोनी मॉडल टाउन में स्थित इनके प्रतिष्ठान बांके बिहारी पर जांच की। यह भी उनके पार्टनर के घर में संचालित होती है। मौजूदा समय में बांके बिहारी फर्म के जरिए ही सबसे ज्यादा खरीद-बिक्री हो रही है। बाकी दोनों फर्में लगभग बंद हो चुकी हैं।

नोटबंदी के दौरान के खुलेंगे कारनामे : पिछले सभी सर्वे की तरह इस बार भी इनकम टैक्स की टीम सराफ के सीए के कार्यालय भी पहुंची। सीए को इसका जरा भी अंदेशा नहीं था। बताया जा रहा है कि वहां कुछ संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। जिनके आधार पर नोटबंदी के दौरान किए गए कारनामों का खुलासा हो सकता है। बजरिया पूरनमल में भी कुछ इसी तरह के दस्तावेज मिलने की बात कही जा रही है।

संदिग्ध दस्तावेज किए जब्त : टीम ने तीनों ही प्रतिष्ठानों पर बही-खातों का रिकॉर्ड के साथ काटे गए बिलों को भी देखा गया। बैंकों से जुड़े दस्तावेज भी देर तक खंगाले गए। खरीद के कागजों की जांच के दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज भी मिले। इनको जब्त कर लिया गया है। हालांकि अभी तक इनकम टैक्स अफसर कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं। इस बारे में सराफ से बात करने की कोशिश की मगर वो फोन पर उपलब्ध नहीं हो पाए।

बैंकों से मिला था आयकर को रिकॉर्ड : नोटबंदी के दौरान सराफा की दुकानों और पेट्रोल पंपों पर ही सबसे ज्यादा काला धन खपाया गया था। बरेली की बात करें तो लगभग 100 ऐसे खाते हैं जिनमें पुराने रिटर्न की तुलना में काफी ज्यादा पैसा जमा हुआ। इनका रिकॉर्ड बैंकों से इनकम टैक्स को मिल गया था। अब कार्रवाई का सिलसिला भी शुरू हो गया है।

दुकान बंद कर भागे अन्य व्यापारी

इनकम टैक्स टीम के साथ भारी पुलिस बल को देखकर अन्य व्यापारियों में भी हड़कंप मच गया। तमाम सराफ कारोबारी अपनी दुकानें बंद करके भाग गए। लोग फोन पर एक-एक पल की जानकारी लेते रहे। तमाम तरह की अफवाहें भी बाजार में तैरती रहीं।

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