ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशबरेली कॉलेज में एक एडमिशन में दिक्कत फिर 81 कैसे लिए

बरेली कॉलेज में एक एडमिशन में दिक्कत फिर 81 कैसे लिए

बरेली कॉलेज में एलएलबी की एक छात्रा के दाखिले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। छात्र नेताओं ने छात्रा की फीस जमा न होने का हवाला देकर एडमिशन के लिए कॉलेज से पत्र विवि भेजने की मांग कि ताकि उसकी सीट लॉक हो...

बरेली कॉलेज में एक एडमिशन में दिक्कत फिर 81 कैसे लिए
प्रमुख संवाददाता,बरेलीTue, 10 Sep 2019 03:48 PM
ऐप पर पढ़ें

बरेली कॉलेज में एलएलबी की एक छात्रा के दाखिले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। छात्र नेताओं ने छात्रा की फीस जमा न होने का हवाला देकर एडमिशन के लिए कॉलेज से पत्र विवि भेजने की मांग कि ताकि उसकी सीट लॉक हो जाए। कार्यवाहक प्राचार्य ने प्राचार्य की गैरमौजूदगी में ऐसा करने से मना कर दिया तो छात्रनेताओं ने कहा कि आखिरी तारीख के बाद विवि ने सीट कंफर्मेंशन की आड़ में फर्जी दाखिले के लिए और विवि को धीरे-धीरे कर 81 छात्रों की सूची सीट लॉक करने के लिए भेज दी। 

दरअसल सोमवार को प्राचार्य अवकाश पर थे तो कार्यवाहक प्राचार्य की भूमिका में डॉ. पूर्णिमा अनिल कुर्सी पर बैठी थी। एलएलबी में छात्रा के एडमिशन को लेकर काफी छात्र छात्रनेता अवनीश चौबे और फरहाल अली के साथ बैरियर पर इकठ्ठा हुए और फिर प्राचार्य से मिलने पहुंचे। कहा कि छात्रा का नाम पहली मेरिट में था पर उसने फीस नहीं जमा की है। ऐसे में उसका एडमिशन फाइनल करने के लिए लिस्ट विवि भेज दी जाए। छात्रों का आरोप था कि करीब 81 छात्रों के एडमिशन लास्ट डेट के बाद किए गए। यह दलील दी गई कि उनकी फीस जमा नहीं थी। फीस जमा कर विवि को सीट लॉ करने के लिए सूची भेज दी गई पर पहली मेरिट की इस छात्रा का नाम हटा दिया गया।

इसको लेकर छात्र विवि गए और वहां ऑनलाइन प्रभारी आलोक सक्सेना से मिले। आलोक सक्सेना ने कहा कि कॉलेज नाम भेज दे तो कोई आपत्ति नहीं है। इसके बाद छात्र कॉलेज पहुंचे और कार्यवाहक प्राचार्य को घेर लिया। हंगामा बढ़ा तो चीफ प्राक्टर डॉ. वंदना शर्मा प्राक्टोरियल बोर्ड के साथ पहुंच गईं। वहीं प्रवेश नियंत्रक डॉ. अनुराग मोहन को भी बुलाया गया। छात्रों ने आरोप लगाया कि जब 81 एडमिशन बाद में कर उनकी सूची सीट लॉक करने के लिए भेजी जा सकती है तो एक छात्रा को क्यों छोड़ा गया। छात्रों के आरोप का जवाब किसी के पास नहीं था। कार्यवाहक प्राचार्य ने प्राचार्य डॉ. अजय शर्मा से फोन पर बात की पर बात नहीं बनी।

कार्यालय अधीक्षक ने लेटर भी लिखा पर कार्यवाहक प्राचार्य ने इस एडमिशन को फारवर्ड करने से मना कर दिया। काफी हंगामा हुआ। छात्रों ने पैसे लेकर एउमिशन के आरोप लगाए। सवाल उठाया कि जब लास्ट डेट खतम हो गई थी तो फिर इन एडमिशन को किया क्यों गया और जब सूची सीट लॉक करने के लिए भेजी गई तो फिर इस छात्रा का नाम क्यों हटाया। छात्रों ने दो दिन का अल्टमेटम देते हुए कहा कि एडमिशन न होने पर वे विवि से लेकर कॉलेज एक कर देंगे।  

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें