कल्याण सरकार के बाद योगी सरकार ने किसानों के लिए लिया ये बड़ा फैसला, सौंपी जाएगी नई जिम्मेदारी
कल्याण सिंह सरकार के बाद अब योगी सरकार ने मंडी समिति का चैयरमैन किसानों को बनाने का फैसला किया है। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके तहत नामांकन योग्य सदस्यों का चयन किया जा रहा है। प्रदेश का...
कल्याण सिंह सरकार के बाद अब योगी सरकार ने मंडी समिति का चैयरमैन किसानों को बनाने का फैसला किया है। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके तहत नामांकन योग्य सदस्यों का चयन किया जा रहा है। प्रदेश का मुख्यमंत्री रहते हुए कल्याण सिंह ने मंडी समितियों में किसानों को सभापति मनोनीत कराया था। उनके जाने के बाद बसपा और सपा की सरकारों ने मंडी समिति से किसानों को हटाकर प्रशासनिक अफसरों को सत्ता सौंप दी। अब योगी सरकार ने लोकतांत्रिक तरीके से किसानों को मंडी समिति का चेयरमैन/सभापति बनाने की शुरुआत की है।
इसका फायदा यह
होगा कि किसान अपने साथियों की परेशानी ठीक से समझेंगे और उनके निराकरण का तरीका तलाशेंगे। साथ ही उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में प्रस्ताव बनाएंगे।
मंडी में माल बेचने वाले किसान ही लड़ सकेंगे चुनाव
मंडी समिति में अपना माल बेचने वाले किसान ही सभापति का चुनाव लड़ने के अधिकारी होंगे। दो हेक्टेयर से अधिक जमीन वाले बड़े किसान माने जाएंगे। इनसे कम भूमि वाले छोटे किसान ही चुनाव लड़ सकेंगे। फिलहाल बरेली में 500 किसान अपना माल मंडी समिति में बेचते हैं।
गठन के बाद कभी नहीं हुए चुनाव
जानकार बताते हैं कि मंडी समिति का गठन सन् 1964 में हुआ था। तब से इसके चुनाव नहीं हुए। अब 55 साल बाद योगी सरकार ने चुनाव कराकर किसानों को मंडी समिति का सभापति बनाने की कवायद शुरू की है।
ऐसे होगी पहचान
मंडी में सामान बेचने वाले किसानों को सिक्स आर रसीद दी जाती है। इसमें किसानों का नाम-पता, उनके द्वारा बेची गई फसल की जानकारी होती है। इसकी एक प्रति किसान और एक प्रति मंडी में होती है।
15 सदस्य भी होंगे
समिति में चेयरमैन के अलावा 15 सदस्य होंगे। इनमें नौ किसान, दो व्यापारी, दो आढ़ती, दो पल्लेदार शामिल होंगे।
मंडी समिति में अभी है यह व्यवस्था
वर्तमान में डीएम द्वारा किसी प्रशासनिक अफसर को मंडी समिति का सभापति नामित किया जाता है। बरेली में इस समय सिटी मजिस्ट्रेट मंडी समिति के सभापति के लिए नामित हैं। यह व्यवस्था बसपा शासनकाल से चली आ रही है।
किसानों को मंडी समिति का सभापति बनाने की प्रक्रिया चल रही है। प्रारंभिक तौर पर अभी अभिलेखों के आधार पर नामांकन योग्य सदस्यों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद चुनाव तिथि घोषित की जाएगी।
-जितेन्द्र प्रताप सिंह, मंडी निदेशक