गैंगरेप-अपहरण का मामला पुलिस ने प्रेम प्रसंग में बदला
रात के अंधेरे एक किशोरी को गांव की महिला की मदद से बुलवाकर आरोपी कार में डाल ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया। सुबह किशोरी पड़ोस के गांव के प्राईमरी स्कूल के पास बेहोशी की हालत में मिली। किशोरी के पिता...
रात के अंधेरे एक किशोरी को गांव की महिला की मदद से बुलवाकर आरोपी कार में डाल ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया। सुबह किशोरी पड़ोस के गांव के प्राईमरी स्कूल के पास बेहोशी की हालत में मिली। किशोरी के पिता ने तहरीर दी मगर पुलिसे ने मुकदमा गैंगरेप की बजाय बहला फुसला कर साथ ले जाने का दर्ज कर लिया।
इलाके के एक गांव की किशोरी के पिता उत्तराखंड में मजदूरी करते हैं। किशोरी गांव में अपनी मां के साथ रहती है। 19 सितम्बर की रात उसके गांव की एक महिला उसके घर आयी और उसे पनुआ गांव के एक युवक से फोन पर बात करने की बात कह कर अपने साथ ले गयी। फोन पर उसने उससे बात की तो उसने उसे में सड़क किनारे स्थित खाद गोदाम के पास बुला लिया। महिला उसे वहां लेकर पहुंची तो वहां पहले से अपने चार साथियों के साथ मौजूद युवक ने उसके ऊपर तमंचा तान कर उसे जबरन गाड़ी में बैठा कर ले गए। बाद में उन सभी ने उससे बारी बारी से दुराचार किया। इसी बीच किशोरी के परिजनों ने उसकी तलाश की लेकिन उसका कोई पता नहीं मिला। अगले दिन सुबह को वह पनुआ गांव के प्राईमरी स्कूल के पास बेहोशी की हालत मे मिली। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए किशोरी के चाचा ने पुलिस को तहरीर दी लेकिन पुलिस ने दुराचार का मुकदमा दर्ज न कर एक आरोपी के खिलाफ उसे बहला फुसला कर साथ ले जाने का मुकदमा दर्ज कर लिया। जिससे नाराज किशोरी के चाचा ने एसएसपी को शिकायती पत्र दे कार्रवाई की मांग की है।
कोतवाल दलवीर सिंह ने बताया कि जो तहरीर मिली थी उसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। अब किशोरी अपने बयानों में जो बात कहेगी उसके अनुसार मुकदमा तरमीम कर दिया जाएगा।