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Video लखीमपुर खीरी में आग का कहर, 68 घर खाक

निघासन में आग का कहर: दो गांवों में 35 घर जलकर स्वाहा  खाना बनाने के बाद बिना सही ढंग से बुझाकर रखी गई चूल्हे की लकड़ी से भड़की चिंगारी ने बंगलहा राज गांव के तीस घरों को लील लिया। आग से...

Video लखीमपुर खीरी में आग का कहर, 68 घर खाक
लाइव हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुर खीरीFri, 02 Jun 2017 06:56 PM
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निघासन में आग का कहर: दो गांवों में 35 घर जलकर स्वाहा 
खाना बनाने के बाद बिना सही ढंग से बुझाकर रखी गई चूल्हे की लकड़ी से भड़की चिंगारी ने बंगलहा राज गांव के तीस घरों को लील लिया। आग से तमाम लोगो का घरेलू सामान व नकदी आदि जल गई। एक व्यक्ति के घर में चार दिन बाद होने वाली बेटे की शादी को रखे चालीस हजार रुपए राख हो गए। आग बुझाते हुए एक युवक झुलस गया। उसको सीएचसी से लखीमपुर भेजा गया है।

निघासन कोतवाली के लुधौरी के बंगलहा राज गांव के पास बसे पुरवा के आशाराम का कच्चा घर गांव के बीचोबीच बना है। शुक्रवार अपरान्ह करीब एक बजे उसकी पत्नी ने छप्पर के नीचे चूल्हे पर खाना बनाकर आग बुझाते हुए लकड़ियों को पास में रख दिया। इसके बाद वह पास में बने दूसरे छप्पर के नीचे चली गई। एक लकड़ी ठीक से न बुझ पाने की वजह से उसमें चिंगारी रह गई। गर्मी और हवा की वजह से लकड़ी दुबारा सुलग उठी और उसमें से निकली चिंगारी ने आशाराम के छप्पर और टटियों को पकड़ लिया।

आशाराम का एक ही छप्पर जला लेकिन पछुआ हवा की वजह से पूरब की तरफ लपकी आग ने उधर रहने वाले रामचंद्र, भिन्नी, जुबेदार, सुशील, ओमप्रकाश, महावीर, शिवमंगल, रामदुलारे, दयाशंकर, सोहन, रामप्रसाद, प्रभूदयाल, चंद्रभाल, मेवालाल, रघुराज, कमलादेवी और छोटेलाल आदि के तीस घरों को इनमें रखे घर-गृहस्थी के सारे सामान समेत जलाकर खाक कर दिया। इन लोगों के घरों में रखे राशन, बर्तन, बिस्तर, कपड़े, चारपाई, बक्से आदि सब कुछ जल गया। घरों में रखे महावीर के आठ हजार, रामदुलारे, कमलादेवी व छोटेलाल के दस-दस हजार, प्रभूदयाल के 7400 और सोहन के छह हजार नकद जल गए। शिवमंगल के बेटे बालगोविंद की छह जून हो परागीपुरवा बारात जानी है। इसके लिए सामान खरीदने को उसने चालीस हजार रुपए निकालकर घर में रखे थे। ये जल गए।
छोटेलाल की दो साइकिलें जल गईं। गर्मी में आग की तपिश और धुएं की वजह से कुछ ही लोग अपना सामान निकाल पाए। लोग सामान निकालकर पास के खेतों में पहुंचे और वहीं पनाह ली। पड़ोस के खेत में परवल तोड़ रहा बंगलहा राज का सुनील मौर्य किसी के घर से सामान निकालने में मदद करते हुए बुरी तरह झुलस गया। उसको निघासन सीएचसी लाया गया जहां से उसको जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। खबर पाकर निघासन से पहुंची दमकल का इंजन पानी नहीं उठा सका। इसके बाद पलिया और धौरहरा से पहुंची दमकलों ने आग पर काबू पाया। तहसीलदार पूरनसिंह राणा, राजस्व निरीक्षक प्रतार्प ंसह, लेखपाल अजय कुमार के साथ वहां पहुंचे। ग्राम प्रधान रामपाल मौर्य भी गांव पहुंचे। तहसीलदार के निर्देश पर प्रधान और कोटेदार ने अग्निपीड़ितों के खाने का इंतजाम कराया है।

उधर, गुरुवार रात करीब ढाई बजे मूड़ा बुजुर्ग के पुरानी पचपेड़ी गांव के बदाली के घर अचानक आग लग गई। इससे बदाली समेत पड़ोस के राजाराम, सहजराम, चंद्रभाल व रामाधार के घर भी जल गए। आग लगने की वजह का पता नहीं चल सका। कुछ ग्रामीणों ने किसी के शराब बनाने की वजह से इतनी रात आग लगने की आशंका जताई है। आग से घरेलू सामान सहित राजाराम के पंद्रह हजार, सहजराम के जेवरात व पांच हजार नकद व छह क्विंटल गेहूं जल गया। चंद्रभाल के लड़के की शादी पांच मई को हुई थी। उसका सारा सामान जल गया। ग्रामीणों ने किसी तरह ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। दमकल करीब एक घंटे बाद पहुंच पाई।
  

मूड़ी में लगी आग,25 घर ख़ाक,50 लाख का नुकसान

धौरहरा और ईसानगर थाना क्षेत्र के मूड़ी गांव में अज्ञात कारणों से आग लग गई। जिसकी चपेट में आकर करीब 25 घर जलकर खाक हो गए। आग लगने से करीब 40 परिवार प्रभावित हुए हैं। सूचना पाकर एसडीएम धौरहरा रामप्रकाश और फायर सर्विस के सीओ मुकीम उल हक दमकल की दो गाड़ियों औऱ अपने मातहतों के साथ पहुंच गए। आग बुझाने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। एक अनुमान के मुताबिक इस अग्निकांड में करीब 50 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।

गांव निवासी रहमत अली की रिश्तेदारी में किसी की मौत हो गई थी। वो घर में ताला लगाकर परिवार समेत अंतिम संस्कार में गया हुआ था। इसी बीच शुक्रवार को करीब ढाई बजे रहमत अली का घर धू धू कर जलने लगा। आग की तेज़ लपटों ने देखते ही देखते जिप्पू,निहालू, बेवा पुत्ती,पठान,गिरधारी,डोरे,चाँद,रमजान,इजहार अली,रहूफ,मंत्री,मुस्तफा,शरीफ,हबीब,मोहर्रम अली,निहालू,मुसुरु,राममूर्ति,रजनीश,मुजीब और अन्य ग्रामीणों के घरों को चपेट में ले लिया। अग्निकांड की इस घटना में एक ही घर में संयुक्त रूप से रह रहे करीब 40 परिवार प्रभावित हुए। जिनमें से कुछ लोग तो घरों से कोई सामान ही नहीं निकाल सके। आग बुझाने के लिए दमकल की दो गाड़िया देर शाम तक जूझती रहीं। एसडीएम रामप्रकाश ने मौके पर मौजूद रहकर नुकसान का आंकलन करवाया। उन्होंने पीड़ित परिवारों को बहुत जल्द सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। बन्द पड़े घर से आग कैसे लगी। यह रहस्य अभी बना हुआ है।

बिजली के तार टकराने से लगी आग से आठ घर राख    
सिंगाही थाने के निबौरिया के एक गांव में शुक्रवार अपरान्ह लगी आग से आठ घर जल गए। आग एक महिला के घर के पास लगे बिजली के पोल के तार टकराने से निकली चिंगारियों से लगी। मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने आग बुझाने में लोगों की मदद की।

निबौरिया के चमरौधा गांव की चुन्नीदेवी के मुताबिक उसके घर के पास लगे बिजली के पोल के तार तेज हवा की वजह से आपस में छू गए। इससे उनमें चिंगारियां निकलने लगीं। ये चिंगारियां नीचे गिरने से उसके घर छप्पर में आग लग गई। इसके बाद हवा की फैली आग ने पड़ोस के रामकैलाश, रमेश, धर्मेंद्र, रामखेलावन, जगदंबा, राजू और सीमा के घरों को सामान सहित जलाकर खाक कर दिया। लोगों ने इसकी इत्तिला दमकल विभाग और पुलिस को दी। वहां पहुंचे दमकलकर्मियों ने ग्रामीणों का सहयोग कर आग पर काबू पाया। पुलिसकर्मी और राजस्व विभाग के अफसर भी वहां पहुंचे। लेखपाल ने नुकसान का आंकलन किया।

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