सर्द मौसम में दवाओं की मांग बढ़ी तो कंपनियों ने कर दिया यह काम
मरीजों की जेब काटने का इंतजाम हो गया है। मौसम सर्द होने पर जिन दवाओं की मांग अधिक हो रही है, कंपनियों ने चुपचाप उनके दाम बढ़ा दिए हैं। बुखार, सांस और सिर दर्द की दवाओं के दाम बढ़ गए हैं। पहली नजर में...
मरीजों की जेब काटने का इंतजाम हो गया है। मौसम सर्द होने पर जिन दवाओं की मांग अधिक हो रही है, कंपनियों ने चुपचाप उनके दाम बढ़ा दिए हैं। बुखार, सांस और सिर दर्द की दवाओं के दाम बढ़ गए हैं। पहली नजर में यह बढ़ी कीमत महज कुछ रुपये ही लगती है लेकिन इनकी बिक्री रोजाना ही हजारों-लाखों में है। महंगे इलाज से जूझ रहे मरीजों को अब कंपनियों का दवाओं की कीमत बढ़ाना अखर रहा है। कई दवा कारोबारियों ने इसकी शिकायत मंत्रालय से करने की बात कही है।
दरअसल हर मौसम में कुछ खास बीमारियां होती हैं। सर्दी के मौसम में जुकाम, खांसी, सिर में दर्द, त्वचा की कई तरह की बीमारी होती है। दवा कंपनियों ने पहले से ही इस मौसम में मुनाफा कमाने की तैयारी कर ली थी और बीते कुछ समय से बाजार में पुराना स्टाक ही सप्लाई कर रहे थे।
अब उनका नया स्टाक आया है जो उस पर दाम बढ़े हुए हैं।
महानगर ड्रगिस्ट एसोसिएशन के दुर्गेश खटवानी बताते हैं कि जिन दवाओं की मांग अधिक हो रही थी, कंपनियों ने उनके ही दाम बढ़ा दिए हैं। यह मरीजों के साथ ठगी करने जैसा है। इसकी शिकायत जल्द ही उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय से की जाएगी। हमारी एसोसिएशन ने पहले भी सर्जिकल आइटम के दाम में मनमानी एमआरपी की शिकायत की थी और कंपनियों को दाम घटाने पड़े थे। डि्प्रिरन ने पहले भी फार्मूला बदलकर दाम अधिक कर दिया था लेकिन इस बार तो फार्मूला भी वही है।
दवाओं के दाम
डिस्प्रिन : पहले यह दवा 4.95 रुपये में 10 गोली मिलती थी जिसकी अब कीमत 11 रुपये हो गई है।
किटोरालडिटी : पहले 15 गोली 75 रुपये में थी लेकिन अब रेट 100 रुपये हो गया है।
डियोलीन रेस्प्यूल : इस दवा की कीमत 10.50 रुपये से बढ़ाकर कंपनी ने 15.50 रुपये कर दी है।
एम्लोकाइंडएटी : 10 गोली का रेट 19.75 रुपये से बढ़ाकर 23.26 रुपये हो गई है।
नाइस : 15 गोली की कीमत पहले 60 रुपये थी जो अब 74 रुपये हो गई है।
नो स्केयर क्रीम : मांग बढ़ने पर इस क्रीम की कीमत 140 रुपये से बढ़ाकर कंपनी ने 234 रुपये कर दी है।