25 हजार की आबादी पी रही दुर्गंध वाला पानी
शहर में ड्रेनेज सिस्टम पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। 10 लाख की आबादी वाले शहर में 25 हजार लोग रोजाना दुर्गंध वाला पानी प्रयोग करने के लिए मजबूर हैं। 80 वार्डों में ज्यादातर दूषित पेयजल आपूर्ति हो...
शहर में ड्रेनेज सिस्टम पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। 10 लाख की आबादी वाले शहर में 25 हजार लोग रोजाना दुर्गंध वाला पानी प्रयोग करने के लिए मजबूर हैं। 80 वार्डों में ज्यादातर दूषित पेयजल आपूर्ति हो रही है। कई मोहल्ले ऐसे हैं जहां सीवर और पाइन लाइन दोनों जुड़ी हैं। कई जगहों पर वाटर लाइन क्षतिग्रस्त हैं। मोहल्ला जोगी नवादा के लोगों ने शुक्रवार को मेयर से मिलकर जनसमस्या बताईं।
स्मार्ट सिटी में कदम बढ़ा चुका नगर निगम सिस्टम में सुधार नहीं कर पा रहा है। पुरानी हो चुकी वाटर और सीवर लाइन से लोगों को मुसीबत हो रही है। संजय नगर, पुराना शहर, शिवपुरी, मढ़ीनाथ, सुभाषनगर, आलोक विहार, शांति विहार, किला जैसे इलाकों में पेयजल आपूर्ति गर्मी में फिर से परेशान कर रही है। जगतपुर निवासी रुपेंद्र सिंह, अमित कुमार का कहना है कि घरों में दुर्गंध वाला पानी सप्लाई हो रहा है। कई जगहों पर वाटर लाइन क्षतिग्रस्त हैं। पानी की टंकी की सफाई भी नहीं हुई है। पुराना शहर निवासी जमील, अफजल, शानू, अनवार ने कहा कि नालों के अंदर से वाटर लाइन आ रही हैं। पाइप क्षतिग्रस्त होने से घरों में गंदा पानी सप्लाई होता है। मोहल्ला जोगी नवादा के बाशिंदों ने भी मेयर को अपनी समस्याओं से अवगत कराया है।
मेयर डा. उमेश गौतम ने कहा कि पेयजल आपूर्ति को लेकर लगातार शिकायत मिल रही हैं। जलकल विभाग से फोन पर लगातार समस्याओं का समाधान करने को कहा जा रहा है। गर्मी में पेयजल को लेकर क्षेत्र की जनता परेशान हैं।