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निजी मेडिकल कालेजों में एडमिशन के नाम पर डोनेशन बंद

बरेली। नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रेस टेस्ट (नीट) पास करने के बाद निजी मेडिकल कालेजों में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिली है। फीस समेत सारा डॉटा ऑनलाइन होने के बाद कालेज छात्र-छात्राओं...

निजी मेडिकल कालेजों में एडमिशन के नाम पर डोनेशन बंद
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीThu, 20 Jun 2019 02:19 AM
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नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रेस टेस्ट (नीट) पास करने के बाद निजी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिली है। फीस समेत सारा डॉटा ऑनलाइन होने के बाद कॉलेज छात्र-छात्राओं से डोनेशन नहीं वसूल पा रहे हैं। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) छात्रों के एडमिशन के बाद उनकी फीस व नाम कॉलेजों को भेजती है।

लिस्ट फाइनल होने से पहले कॉलेजों को भी पता नहीं होता कि उनके यहां किस-किस छात्र को एडमिशन दिया जा रहा है। मैनेजमेंट कोटा बंद होने के कारण कालेजों की मनमानी भी पूरी तरह बंद हो गई है। शहर के जाने माने बालरोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल अग्रवाल ने बताया कि नीट लागू होने के बाद सरकारी, एडेड और प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया बेहद पारदर्शी हो गई है। काउंसलिंग शुरू होने के बाद खत्म होने तक छात्र पूरी प्रक्रिया पर नजर रख सकते हैं। टॉप रैकिंग छात्रों के पास अपनी पसंद के कॉलेज के साथ-साथ अपने प्रदेश का कॉलेज चुनने के विकल्प भी पहले से बढ़ गए हैं।

अच्छे छात्रों को मिल रहे अच्छे कॉलेज

डॉ. अतुल अग्रवाल ने बताया कि सरकारी व एडेड कॉलेजों के साथ-साथ अब अच्छी रैकिंग वाले निजी मेडिकल कॉलेजों को भी अच्छे छात्र मिल रहे हैं। मैनेजमेंट कोटा बंद होने के बाद निचली रैकिंग वाले छात्र-छात्राओं को अच्छे मेडिकल कॉलेज नहीं मिल रहे। निजी कॉलेजों में अच्छी रैकिंग वाले छात्र-छात्राएं जाने से उनकी रैकिंग सुधर रही है साथ ही पठन-पाठन का माहौल भी बन रहा है।

दूसरी सुविधाओं के नाम पर वसूली करने वाले निशाने पर

निजी कॉलेजों में एडमिशन के नाम पर डोनेशन बंद होने के बाद कुछ कॉलेज हॉस्टल व दूसरी सुविधाओं के नाम पर मनमानी फीस वसूल रहे हैं। पिछले वर्षों में ऐसा करने वाले कॉलेजों की रैंकिंग गिर गई है। इस वजह से उनमें एडमिशन के दौरान सीटें भरना मुश्किल होता जा रहा है। डॉ. अतुल ने बताया कि फीस के अलावा दूसरी सुविधाओं के नाम पर मनमानी वसूली होने पर छात्र कोर्ट जा सकते हैं या कालेज प्रबंधन सरकार से शिकायत कर सकते हैं।

नीट काउंसलिंग के पहले ही दिन सर्वर धड़ाम, विद्यार्थी परेशान : बरेली। नीट काउंसलिंग के पहले ही दिन नेशनल काउंसलिंग कमेटी(एमसीसी) का सर्वर धड़ाम हो गया। काउंसलिंग सुबह नौ बजे शुरू होनी थी, जो खुलने के कुछ ही देर बाद क्रैश हो गई। इसके बाद नोटिफिकेशन आते रहे मगर रजिस्ट्रेशन शुरू नहीं हो पाए।

बुधवार सुबह नौ बजे से नीट की काउंसलिंग शुरू होनी थी। तमाम छात्र-छात्राएं सुबह से ही रजिस्ट्रेशन की तैयारी किए बैठे थे। नौ बजे काउंसलिंग शुरू होते ही वेबसाइट क्रैश हो गई। इसके बाद छात्र-छात्राओं को 11 बजे, एक बजे, तीन बजे पांच बजे और अंत में सात बजे का वक्त दिया गया। मगर सात बजे के बाद भी काउंसलिंग शुरू नहीं हो पाई। इसके चलते छात्र-छात्राओं को पहले ही दिन हताश होना पड़ा। रामपुर गार्डन के सार्थक अग्रवाल ने बताया कि सुबह से रजिस्ट्रेशन की तैयारी कर रहे थे मगर वेबसाइट क्रैश होने के कारण हताश होना पड़ा।

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