नवजात उर्वशी की मौत पर एनसीपीसीआर ने मांगा डीएम से जवाब
बीस जून को जिला अस्पताल में हुई नवजात बच्ची उर्वशी की मौत का मामला राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) पहुंच गया है। एनसीपीसीआर ने डीएम से 15 दिन में बच्ची की मौत के मामले में रिपोर्ट...
बीस जून को जिला अस्पताल में हुई नवजात बच्ची उर्वशी की मौत का मामला राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) पहुंच गया है। एनसीपीसीआर ने डीएम से 15 दिन में बच्ची की मौत के मामले में रिपोर्ट मांगी है। बच्ची की मौत के जिम्मेदारों के खिलाफ की कार्रवाई के बारे में भी जानकारी मांगी है। एनसीपीसीआर ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर नवजात की मौत के मामले की सुनवाई शुरू कर दी है।
जिला अस्पताल और महिला अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही की वजह से विशारतगंज क्षेत्र के गोकिलपुर के सुरेद्र पाल की पांच दिन की बच्ची उर्वशी की मौत हो गई थी। दोनों अस्पताल के सीएमएस बच्ची के परिजनों से इधर से उधर टहलाते रहे। इसी दौरान बच्ची की मौत हो गई। मामला मीडिया में आया तो शासन एक्शन में आ गया। जिला अस्पताल के सीएमएस केएस गुप्ता को निलंबित कर दिया गया था। डीएम के रिपोर्ट के बाद कई और डाक्टरों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। महिला अस्पताल के सीएमएस अलका शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। एनसीपीसीआर दो बार डीएम को चिट्ठी भेजकर जांच रिपोर्ट मांग चुका है। रिपोर्ट न मिलने पर एनसीपीसीआर ने डीएम को रिमाइंडर भेजा है। एनसीपीसीआर ने 15 दिन के अंदर हर हाल में जांच रिपोर्ट भेजने की हिदायत दी है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग का पत्र मिल गया है। मैं इसी सप्ताह एनसीपीसीआर को अपनी जांच रिपोर्ट भेज दूंगा।
वीरेंद्र सिंह, डीएम