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अब गूगल से पकड़े जाएंगे गाडि़यों से डीजल चुराने वाले, ये हो रहा इंतजाम

गाडि़यों से डीजल चुराने वाले चोर टीवी स्क्त्रीन पर पकड़े जाएंगे। नगर निगम में हरियाणा की एक कंपनी से जीपीएस सिस्टम के तहत वाहनों कि डीजल चोरी करने की प्लानिंग फिर से बनानी है। कूड़ा गाडिय़ों में...

अब गूगल से पकड़े जाएंगे गाडि़यों से डीजल चुराने वाले, ये हो रहा इंतजाम
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीThu, 07 Jun 2018 07:14 AM
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गाडि़यों से डीजल चुराने वाले चोर टीवी स्क्त्रीन पर पकड़े जाएंगे। नगर निगम में हरियाणा की एक कंपनी से जीपीएस सिस्टम के तहत वाहनों कि डीजल चोरी करने की प्लानिंग फिर से बनानी है। कूड़ा गाडिय़ों में जीपीएस सिस्टम लगाने की तैयारी की गयी है। एक बार यह सिस्टम लग जायेगा तो कूड़ा निस्तारण के नाम पर खेल नहीं हो पायेगा। यदि कहीं पर कूड़ा गाड़ी खराब हो जाती है तो बकायदे एसएमएस के जरिए इसकी जानकारी भी मिल जायेगी।

स्वच्छता सर्वे में रैकिंग सुधारने के लिए सारी कवायद की जा रही है। स्वच्छता मिशन में बरेली की स्थिति ठीक नहीं है। शहर में जगह-जगह कूड़े का ढेर बिखरा रहता है और कूड़ा ढोने वाली गाडिय़ा भी कितना चली है इसका पता नहीं चल पाता है। कूड़ा जहां पर गिराना है वहां गिराने की बजाये किसी ठेकेदार के प्लाट पर भी गिरवा दिया जाता है। जीपीएस सिस्टम लग जाने से यह सारा खेल रूक जायेगा। नगर निगम के अधिकारियों को यह पता चलेगा कि कौन सी कुड़ा गाड़ी ने कितने चक्कर लगाये हैं और अभी तक कितनी दूरी तय की है।

नगर निगम के पास है डेढ़ सौ छोटी व बड़ी कूड़ा गाड़ी हैं। सभी पर जल्द ही जीपीएस सिस्टम लगाया जायेगा।

डीजल के नाम होता खेल

कूड़ा गाड़ी में डीजल को लेकर भी खेल होता है। जितना डीजल भरवाया गया है उतना कूड़ा गाड़ी चली है कि नहीं यह पता नहीं चल पाता है। वाहन चालक कह देता है कि उसने इतने किलोमीटर तक वाहन चलाया है, जबकि वास्तविकता में वाहन इतना नहीं चला होता है। डीजल में जो बचत होती है उसका बंटवारा हो जाता है। जीपीएस सिस्टम लग जाने से यह खेल भी खत्म हो जायेगा।

नगर आयुक्त आर के श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की गाडि़यों में फिलहाल जीपीएस सिस्टम लगाने के लिए ट्रायल बताओ शुरुआत की जा रही है। हरियाणा की एक कंपनी ने इसका प्रेजेंटेशन दिया है। जिसको लेकर उनके सिस्टम को परखा जा रहा है।

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