लालफाटक ओवरब्रिज की एनओसी के लिए रक्षामंत्री से मिले धर्मेन्द्र
लाल फाटक ओवरब्रिज को सेना की एनओसी दिलाने के लिए आंवला सांसद धर्मेन्द्र कश्यप रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिले। उन्होंने कहा कि एनओसी न मिलने के कारण पुल का निर्माण नहीं हो पा रहा। जिससे लोगों को...
लाल फाटक ओवरब्रिज को सेना की एनओसी दिलाने के लिए आंवला सांसद धर्मेन्द्र कश्यप रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिले। उन्होंने कहा कि एनओसी न मिलने के कारण पुल का निर्माण नहीं हो पा रहा। जिससे लोगों को दिक्कत हो रही है। राजनाथ सिंह ने पुल की सभी अड़चनें दूर कराने का भरोसा दिलाया है।
सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को बताया ओवरब्रिज का निर्माण तेजी से हो रहा है। रेलवे क्रासिंग के पास अस्थायी रोड बन चुकी है। रेलवे ने भी अपने क्षेत्र में पुल बनना शुरू कर दिया। लेकिन रेलवे क्रॉसिंग के आगे कैंट एरिया है जहां निर्माण के लिए सेना की ओर से एनओसी चाहिए। सेतु निगम के अफसर कई बार रक्षा मंत्रालय को एनओसी के लिए पत्र लिख चुके है। इसके बावजूद फाइल रक्षा मंत्रालय में अटकी हुई है। उन्होंने रक्षा मंत्री से जल्द एनओसी दिलाने का आग्रह किया। धर्मेन्द्र कश्यप ने बताया कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एनओसी संबंधी पूरी जानकारी मंत्रालय से मांग ली है। उन्होंने ओवरब्रिज के निर्माण में आ रही इस अड़चन को जल्द दूर कराने का भरोसा दिलाया है।
2014 में मिली थी ओवरब्रिज निर्माण की अनुमति
शासन ने मार्च, 2014 में लाल फाटक ओवरब्रिज निर्माण की मंजूरी दी थी। कांधरपुर बाजार से उठने वाले ओवरब्रिज को कैंट क्षेत्र में उतरना है। इसके लिए सेना की करीब 6500 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है लेकिन सेना ने अब तक इसकी अनुमति नहीं दी है। मार्च 2020 तक पुल का काम पूरा होना था। मगर सेना की एनओसी न मिलने के कारण लगातार देरी हो रही है।