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एम्‍बुलेंस में गर्भवती की हालत बिगड़ी, स्‍टॉफ ने दिखाई सूझबूझ, कराई सुरक्षित डिलीवरी 

बरेली की 102 एंबुलेंस ने एक बार फिर लेबर रूम की भूमिका निभाई। तेज पीड़ा होने पर मेडिकल तकनीशियन ने आशा की मदद से डिलीवरी कराई। मामला नवाबगंज क्षेत्र के ब्लॉक भदपुरा गांव महमूदपुर निवासी शाहिमा पत्नी...

एम्‍बुलेंस में गर्भवती की हालत बिगड़ी, स्‍टॉफ ने दिखाई सूझबूझ, कराई सुरक्षित डिलीवरी 
हिन्‍दुस्‍तान टीम ,बरेली Tue, 29 Sep 2020 11:10 AM
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बरेली की 102 एंबुलेंस ने एक बार फिर लेबर रूम की भूमिका निभाई। तेज पीड़ा होने पर मेडिकल तकनीशियन ने आशा की मदद से डिलीवरी कराई। मामला नवाबगंज क्षेत्र के ब्लॉक भदपुरा गांव महमूदपुर निवासी शाहिमा पत्नी जामुद्दीन 30 वर्ष को प्रसव पीड़ा हुई। जिस पर परिजनों ने आकस्मिक सेवा के तौर पर सरकारी 102 एंबुलेंस को फ़ोन करके बुलाया। 

मरीज को नवाबगंज अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ उसकी हालत नाजुक होने पर मरीज को स्टाफ द्वारा जिला हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया। एंबुलेंस चालक राजेश यादव और इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियन(ईएमटी) संजय वर्मा ने उसे जिला हॉस्पिटल पर भर्ती करने के लिए लेकर चले। जिला हॉस्पिटल ले जाते समय रास्ते में महिला की हालत बिगड़ने लगी। एंबुलेंस को सड़क किनारे खड़ा करके गाडी पर तैनात संजय वर्मा ने आशा की मदद से अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए गाड़ी में ही उसकी डिलीवरी करा दी। 

प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा की जान बचा ली गई और बाद में सामुदायिक में जच्चा बच्चा को भर्ती कराया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली। एम्बुलेंस के प्रोग्राम मैनेजर भगवती प्रसाद ने बताया कि इस काम से न सिर्फ उनका हौसला बढ़ता है जबकि जिले में काम करने वाले अन्य कर्मचारी भी प्रेरित होते हैं। कोविड काल से न सिर्फ बल्कि लंबे समय से ये योद्धा एक अच्छी भूमिका निभा रहे है।

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