Cyber Fraud Young Woman Duped of 2 69 Lakhs via Video Call Arrest युवती को डिजिटल अरेस्ट कर 2.69 लाख की ठगी, Bareily Hindi News - Hindustan
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युवती को डिजिटल अरेस्ट कर 2.69 लाख की ठगी

Bareily News - साइबर ठगों ने एक युवती को वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट करके 2.69 लाख रुपये ठग लिए। ठगी का शिकार हुई ऐवरीन ज्योति ल्यूक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। आरोपी ने खुद को फेडेक्स का प्रतिनिधि बताकर...

Newswrap हिन्दुस्तान, बरेलीMon, 30 Dec 2024 01:44 AM
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 युवती को डिजिटल अरेस्ट कर 2.69 लाख की ठगी

साइबर ठगों ने एक युवती को वीडियो कॉल के जरिये डिजिटल अरेस्ट करके करीब 2.69 लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कराकर ठगी कर ली। इस मामले में पीड़िता ने थाना कैंट में अज्ञात आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कैंट की एमईएस कॉलोनी में रहने वाली ऐवरीन ज्योति ल्यूक ने बताया कि 16 दिसंबर की शाम करीब पांच बजे एक व्यक्ति ने उन्हें कॉल किया। खुद को फेडेक्स कोरियर सेवा का प्रतिनिधि बताते हुए उसने कहा कि उनके नाम से मुंबई से सिंगापुर एक कोरियर भेजा गया है। कोरियर में उसने अवैध सामग्री भेजने का आरोप लगाकर धमकाया। कॉलर के पास उनके आधार कार्ड का विवरण, हाल में की यात्रा और पैन कार्ड नंबर समेत सारी जानकारी मौजूद थी, जिसके चलते वह उसकी बातों में आ गईं।

वीडियो कॉल के जरिये किया डिजिटल अरेस्ट

ऐवरीन ज्योति ल्यूक का कहना है कि उन्होंने कॉलर से कहा कि वह हैदराबाद में हैं तो उसने धमकाया कि उनकी पहचान का दुरुपयोग किया जा रहा है। इसके बाद उनकी कॉल साइबर अपराध विभाग से जोड़ दी गई है और वीडियो कॉल के दौरान फर्जी पुलिस अधिकारी बने व्यक्ति ने धमकाते हुए उन पर मनी लांड्रिंग में शामिल होने का आरोप लगाते हुए डिजिटल अरेस्ट करने की बात कही। भारतीय रिजर्व बैंक से सत्यापन कराने के नाम पर अस्थाई प्रक्रिया बताकर तीन बार में उनसे दो लाख 68 हजार 888 रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद कॉल कटने पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और अब कैंट थाने में रिपोर्ट लिखाई है।

पूर्व में भी सामने आए डिजिटल अरेस्ट के मामले

केस एक : यह रिपोर्ट 24 फरवरी को साइबर थाने में गाजियाबाद में वसुंधरा निवासी डॉ. संयमिता जैन ने लिखाई थी। वह एसआरएमएस से परास्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। नवाब मलिक मनी लॉड्रिंग केस से जुड़ा बताकर उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर उन्हें 48 घंटे से ज्यादा समय तक निगरानी रखकर 8.17 लाख रुपये ठग लिए गए थे।

केस दो : यह मामला 28 मई को सामने आया था। रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में कैंसर स्पेशलिस्ट रामपुर गार्डन निवासी डॉ. चीना गर्ग के पास पुलिस के नाम से कॉल किया गया। उन्हें मुंबई के नवाब मलिक मनी लांड्रिंग केस से जुड़ा बताकर धमकाया गया और उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया। मगर कुछ देर बाद उन्होंने फोन काट दिया और वह ठगी से बच गई।

केस तीन : यह रिपोर्ट ग्रीन पार्क निवासी माइक्रोसाफ्ट के पूर्व इंजीनियर हिमांशु कुमार ने 14 जून को साइबर थाने में दर्ज कराई। वह ब्रेन हेमरेज के चलते नौकरी छोड़कर ऑनलाइन काम करने लगे। कस्टम अधिकारी बनकर उन्हें फंसाया गया और डिजिटल अरेस्ट कर 13 लाख रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा लिए गए।

केस चार : यह रिपोर्ट दस जुलाई को दुर्गानगर निवासी संजय प्रजापति ने कोतवाली में दर्ज कराई। साइबर ठगों ने मुंबई क्राइम ब्रांच के नाम पर संजय को मनी लॉड्रिंग केस में सह अभियुक्त बताकर उन्हें ऑफिस व एक होटल में 24 घंटे तक वीडियो कॉल के जरिये डिजिटल अरेस्ट रखा और 47 हजार रुपये एक अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। हालांकि उन्होंने तत्काल शिकायत कर यह रकम होल्ड करा दी।

केस पांच : नौ जुलाई को बारादरी में अग्रसेन नगर निवासी सेना के रिटायर्ड सूबेदार सत्यपाल राठौर के बेटे एक कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रमोद कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई। अप्रैल माह में घर आने के दौरान उनके नाम, आधार और फोन नम्बर से एक पार्सल मुम्बई से थाईलैंड भेजने के नाम पर उन्हें फंसाया गया। पार्सल में गैर कानूनी सामान बताकर डिजिटल अरेस्ट किया और दस लाख रुपये ठग लिए।

केस छह : यह केस 20 अक्तूबर को सामने आया नोएडा की एक निजी कंपनी में कार्यरत रामपुर बाग निवासी आयुषी जायसवाल को उनके नाम से मुंबई से ईरान जा रहे कोरियर में पासपोर्ट और ड्रग्स बताकर धमकाया। कॉल साइबर क्राइम मुंबई पुलिस को ट्रांसफर करने की बात कहकर डिजिटल अरेस्ट कर उनसे दस लाख रुपये का लोन स्वीकृत कराकर रकम को केनरा बैंक मुंबई के खाते में ट्रांसफर करा लिया।

ऐसे करें बचाव और कार्रवाई

- हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत करें

- किसी भी अनजान को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें

- फोन कॉल पर अनजान व्यक्ति पर बिल्कुल भरोसा न करें

- डिजिटल अरेस्ट का भारत में कोई प्रावधान नहीं है

- साइबर अपराध पर अपने नजदीकी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं

- 24 घंटे में शिकायत दर्ज कराने पर रकम वापसी की संभावना अधिक रहती है

- अवसाद में टेलीमानस हेल्पलाइन नंबर 14416 पर कॉल करें

- धोखाधड़ी वाले कॉल के लिए चक्षु पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत कर उस नंबर को रिपोर्ट करें

- चोरी या खोए हुए मोबाइल को भी चक्षु पोर्टल पर शिकायत कर ब्लॉक करा सकते हैं

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