कुख्यात हिस्ट्रीशीटर पाताराम को दोस्तों ने गोली से उड़ाया
बभिया के कुख्यात बदमाश और कैंट थाने के हिस्ट्रीशीटर पाताराम को उसके ही दोस्तों गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद वह पाताराम की स्कॉर्पियों कार को लूटकर वहां से फरार हो गए। बदमाशों ने पाताराम...
बभिया के कुख्यात बदमाश और कैंट थाने के हिस्ट्रीशीटर पाताराम को उसके ही दोस्तों गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद वह पाताराम की स्कॉर्पियों कार को लूटकर वहां से फरार हो गए। बदमाशों ने पाताराम के पांच गोलियां मारी। वारदात के तुंरत बाद किसी ने पुलिस और पाताराम के परिवार को भी उसकी हत्या की सूचना दे दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कैंट के बभिया गांव निवासी राम बहादुर का बेटा पाताराम कश्यप (30) लूट, डकैती, रंगदारी और खनन के कामों का माफिया था। अपराध की दुनिया में आते ही वह कैंट थाने का हिस्ट्रीशीटर बन गया। पाताराम का खौफ इतना था कि उसके गांव के लोग ही उससे बात करते हुए डरते थे। पाताराम पर अलग-अलग थानों में लगभग तीस मुकदमें दर्ज है। इसमें सबसे ज्यादा मुकदमे जानलेवा हमलों के है। शुक्रवार शाम पांच बजे वह अपने साथी बंटी के साथ अपनी कार से कांधपुर स्थित सदभावना कॉलोनी के एक मकान में आया। लगभग साढ़े पांच बजे उस कमरे से गालियां चलने की आवाज आई। जिसके बाद बंटी अपने साथी के साथ पाताराम की स्कॉर्पियों लेकर वहां से फरार हो गया। इसी बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। और शव को कब्जे में ले लिया।
पाताराम के पांच गोलियां मारी गई थी। एक गोली उसके बाह में लगी। तीन सीने में और एक माथे पर लगी थी। कमरे में हत्या करने के बाद बदमाश उसके शव को घसीटकर आंगन में लाए और फिर फरार हो गए। इसके बाद कॉलोनी में हंगामा मच गया। सूचना पर एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ प्रथम मौके पहुंच गए। जिसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
एसएसपी मुनिराज ने कहा कि हिस्ट्रीशीटर पाताराम की गोली मारकर हत्या की गई है। पुलिस हत्यारों की तलाश कर रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि पाताराम के साथ दो लोग कार में देखे गए थे।