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अजमेर दरगाह और बरेलवियों के बीच विवाद

अजमेर दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज और बरेलवी मसलक से जुड़े लोगों में आपसी विवाद तूल पकड़ गया है। अजमेर दरगाह कमेटी की तरफ से बरेलवी मसलक से जुड़े मरीजों पर गंभीर आरोप लगाए गए...

अजमेर दरगाह और बरेलवियों के बीच विवाद
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीThu, 03 Jan 2019 04:20 PM
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अजमेर दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज और बरेलवी मसलक से जुड़े लोगों में आपसी विवाद तूल पकड़ गया है। अजमेर दरगाह कमेटी की तरफ से बरेलवी मसलक से जुड़े मरीजों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में थाने में भी तहरीर दी गई है। तहरीर में कहा गया है नए साल की रात बरेलवी मसलक से जुड़े मुरीद अजमेर दरगाह पर पहुंचे और वहां हंगामा कर दरगाह का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। अजमेर दरगाह से जारी चिट्ठी ने बरेलवी मसलक में खलबली मचा दी है। बरेलवी मसलक से जुड़े लोगों ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।

अजमेर दरगाह की नाजिम दरगाह कमेटी के पूर्व सचिव सय्यद सरवर चिश्ती का आरोप है कि नए साल की पहली रात को दरगाह अजमेर में 200 से करीब बरेलवी विचारधारा से जुड़े लोग पहुंचे थे। उन तमाम लोगों ने दरगाह कैंपस में हंगामा कर माहौल बिगाड़ने का काम किया है। ख्वाजा गरीब की दरगाह पर दूसरे धर्म के लोग भी हाजिरी देने आते हैं, जिस तरह से बरेलवी से जुड़े लोगों ने अजमेर आ कर माहौल बिगाड़ने का काम किया है, वह एकदम गलत है। उन्होंने कहा कि बरेली से पहले भी अजमेर दरगाह पर लोगों को आने का ऐलान किया जा चुका है। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों ने अजमेर दरगाह पर आकर माहौल बिगड़ा है वो लोग सीसीटीवी कैमरों में कैद हो चुके हैं।

अजमेर में शुरू होने जा रहा उर्स, बना डर

अजमेर दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज में उर्स शुरू होने जा रहा है। अजमेर दरगाह से जुड़े लोगों ने उर्स के मौके पर माहौल न बिगड़े इसको लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि उर्स में बरेली के लोग माहौल बिगड़ सकते हैं। अजमेर पुलिस प्रशासन को अलर्ट कर चिट्ठी सौपी है।

अजमेर वालों ने बरेलवियों को बताया कट्टरपंथी

अजमेर की ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह से जुड़े लोगों ने बरेलवी को कट्टरपंथी बताते हुए पुलिस प्रशासन को पत्र सौंपा है। उन्होंने कहा है कि बरेलवी से जुड़े कुछ लोग माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। इसलिए सावधानी बढ़ते हुए ऐसे लोगों को नारे बाजी करने से रोका जाए। उन्होंने कहा कि अजमेर दरगाह का कोई माहौल बिगड़ता है तो इसकी जिम्मेदारी बरेलवी और सरकार की होगी।

अजमेर दरगाह न जाये हुआ था ऐलान

बरेली।अजमेर दरगाह कमेटी से जुड़े सैय्यद सरवर चिश्ती ने कहा कि बरेली दरगाह से पहले भी अजमेर दरगाह न आने का ऐलान किया जा चुका है। मुरीदों को ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह पर आने से रोका गया था।

ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह पर लगाए नारे

अजमेर दरगाह पर काफी संख्या में लोग पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। बरेलवी मसलक के नारे लगाए गए। नारे लगाए जाने को लेकर मामला बिगड़ गया था। ऐसे लोगों को ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह कमेटी ने चिन्हित कर प्रशासन को अवगत कराया है।

सुन्नी मुसलमान सभी बुजुर्गों को मानते हैं: सलमान हसन

सुन्नी मुसलमान सभी बुजुर्गों को मानते हैं। कोई भी मुरीद किसी भी बुजुर्ग, वली की शान में गुस्ताखी नहीं कर सकते। सोशल मीडिया पर चिट्ठी और वीडियो वायरल हुआ है।

सलमान हसन कादरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जमात रजा-ए-मुस्तफा

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