बाघ से बचने को जंगल किनारे होगी फेंसिंग : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को 11.50 बजे पीलीभीत पहुंचे। वहां से वे गांधी सभागार गए, जहां बाघ के हमलों और उससे राहत व बचाव कार्यों के बारे में चर्चा हुई। बैठक में फैसला किया गया कि जंगल के...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को 11.50 बजे पीलीभीत पहुंचे। वहां से वे गांधी सभागार गए, जहां बाघ के हमलों और उससे राहत व बचाव कार्यों के बारे में चर्चा हुई। बैठक में फैसला किया गया कि जंगल के किनारे फेंसिंग की जाएगी। साथ ही जंगल से सटे सभी गांवों में शौचालय बनाए जाएंगे, ताकि ग्रामीणों को शौच के लिए जंगल न जाना पड़े और वे बाघ का शिकार न बनें।
लगभग एक घंटे की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी बाघ के हमले के शिकार हुए पांच लोगों के परिवारवालों से भी मिले। पीड़त परिवारों को उन्होंने पांच-पांच लाख रुपये के दो-दो चेक बांटे। गांधी सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वहां पहले से मौजूद सांसद और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के अलावा जिले के सभी विधायकों ने स्वागत किया। बता दें कि फेंसिंग के लिए केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी 15 लाख रुपये रुपये दिलाने की घोषणा पहले ही कर चुकी हैं। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री से भी मदद दिलवाने की बात कही थी। बैठक खत्म होने के बाद करीब पौने 12 बजे मुख्यमंत्री योगी गांधी सभागार से हेलीपैड के लिए रवाना हो गए। वहां से उनका लखीमपुर के सिसैया जाने का कार्यक्रम है।
बाघ के हमलों के विरोध में पूर्व मंत्री अनशन पर
बाघ के लगातार हमलों के विरोध में पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा शहर के नेहरू पार्क में आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। आमरण अनशन का बुधवार को दूसरा दिन है। उनकी हालत भी बिगड़ रही है। उनका कहना है कि जब तक बाघ से सुरक्षा नहीं मिल जाती या ऐसा करने का आश्वासन नहीं मिल जाता, तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे।