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निगम के सदन से फेसबुक तक पहुंचे भाजपा पार्षदों के बगावत के सुर

नगर निगम सदन के एक साल पूरे जाने जा रहे हैं। 17 दिसंबर को मेयर और पार्षदों ने शपथ ली थी। तब के माहौल अब की सदन में फर्क देखा जा रहा...

निगम के सदन से फेसबुक तक पहुंचे भाजपा पार्षदों के बगावत के सुर
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीThu, 13 Dec 2018 02:39 PM
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नगर निगम सदन के एक साल पूरे जाने जा रहे हैं। 17 दिसंबर को मेयर और पार्षदों ने शपथ ली थी। तब के माहौल अब की सदन में फर्क देखा जा रहा है। इस बीच सत्ताधारी भाजपा का आंगन अखाड़ा नजर आने लगा है। भाजपा के पार्षदों में बगावत के तेवर दिखाई दे रहे है। बागियों का विरोध नगर निगम बोर्ड की सदन के बाहर अब सोशल मीडिया पर उतर आया है। केंद्रीय मंत्री से लेकर मेयर, विधायक तक को निशाना बनाया जा रहा है।

वार्ड 58 गुलाबनगर के भाजपा पार्षद विपुल लाला ने विरोध के तेवर दिखा दिए हैं। सोशल मीडिया पर किए गए कमेंट को लेकर राजनीति तेज हो गई है। पार्षद ने विकास के कामों को मुद्दा बनाते हुए विरोध के सुर बदल दिखा दिए है। पार्षद विपुल लाला ने अपने कमेंट में लिखा है कि परिवारवाद चरम पर, भाई अध्यक्ष, बेटा मोर्चा मंत्री और पत्नी महिला मोर्चा मंडल पदाधिकारी और खुद पार्षद व पार्षद दल के सचेतक बन हुए हैं।

सपा, बसपा के लोगों को पार्टी में ज्वाइंन कराना और पुराने कार्यकर्ताओं को अपमानित करने का कार्य करेगी तो बगावत होगी ही। मंत्री के बारे में पार्षद ने कहा कि ऐसे मंत्री निरंतर नीचा दिखाने के लिए असफल प्रयास कर रहे हैं। बहुत जल्द नीचा देखने को तैयार रहें। पार्षद ने फेसबुक पर किए कमेंट में कहा, काश में नगर निगम में हुए बीडीए नामित सदस्यों के चुनाव में लड़ जाता तो भाजपा के तीन में से एक सदस्य निश्चित हार जाते।

पर्दे के पीछे हैं 'बड़े' लोग, विरोध कर लिया फायदा

बरेली। नगर निगम में सदन में 80 पार्षद हैं। इनमें भाजपा, सपा के पार्षदों की संख्या ज्यादा है। कुछ दिन पहले सपा पार्षदों ने जनसमस्याओं को लेकर विरोध किया। सत्ताधारी मेयर डा. उमेश गौतम के खिलाफ कोई आवाज बुलंद नहीं की बल्कि नगरायुक्त के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। ज्ञापन दिया समस्या हल नहीं हुई तो आंदोलन तेज करने की धमकी दी। विरोध प्रदर्शन में तेवर दिखाने वाले सपा पार्षदों का कुछ ओर मकसद था। पता कुछ दिन पहले ही उन्हें दूसरे विभागों में सदस्य बनाकर जिम्मेदारी सौप दी गई। अब वो विरोध तो दूर जनसमस्याओं को लेकर आवाज तक नहीं उठाएंगे। सूत्रों ने बताया कि इस तमाम प्रकरण में पर्दे के पीछे बड़े लोग हैं। विरोध कराने के लिए उन्हें दूसरे पदों से नवाजने का भरोसा दिलाया।

गलत कामों का हमेशा विरोध किया: विपुल लाला

भाजपा पार्षद विपुल लाला का कहना है कि जब हम विपक्ष में थे तो गलत कामों का विरोध करने के लिए जोर दिया जाता था। अब जब हम सत्ता में हैं तो गलत काम कैसे कर ले। कुछ लोग पार्टी के सिद्धांत से भटक गए हैं। भू माफियाओं को चिन्हित नहीं किया। केंद्र और राज्य सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे है। सोशल मीडिया के जरिए गलत कामों को उजागर किया जा रहा है।

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