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वित्तमंत्री के पिटारे से निकला तोहफा तो रुहेलखंड के किसान हुए गदगद, जानिए क्या कहा...

वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को अंतरिम बजट में  2019- 20 का अंतरिम बजट पेश करते हुए कई लोक लुभावन घोषणाएं की हैं। बजट में हर वर्ग को संतुष्ट करने की कोशिश की गई। बजट में खासकर किसानों को...

वित्तमंत्री के पिटारे से निकला तोहफा तो रुहेलखंड के किसान हुए गदगद, जानिए क्या कहा...
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीFri, 01 Feb 2019 08:31 PM
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वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को अंतरिम बजट में  2019- 20 का अंतरिम बजट पेश करते हुए कई लोक लुभावन घोषणाएं की हैं। बजट में हर वर्ग को संतुष्ट करने की कोशिश की गई। बजट में खासकर किसानों को साधने की कोशिश की गई है। सबसे बड़ा तोहफा 2 हेक्टेयर तक जमीन वाले किसानों को हर साल 6000 रुपये सीधे उनके खाते में डालने का है। इससे मंडल के किसानों में खुशी है। ये रकम 2000-2000 के रूप में तीन बराबर किस्तों में किसानों के खाते में सीधे जमा होगी। आइए जानते हैं बरेली मंडल के क‍िसानों ने इस बजट पर अपनी क्‍या राय दी...

 

बरेली
किसानों को मिली विशेष राहत


भारतीय किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह ने बताया की बजट में किसानों को विशेष राहत दी गई है 2 हेक्टेयर तक के किसानों को राहत देकर सरकार ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की है छोटे किसानों को सरकार की इस पहल से राहत मिलेगी।

 

शाहजहांपुर

आर्थिक दशा में होगा सुधार

शाहजहांपुर जिले के मदनापुर ब्लॉक के गांव मोहल्ला निवासी मुनेश्वर दयाल शर्मा खेती पाती करते हैं और उन्होंने बजट में किसानों के लिए 2 हेक्टर पर 6000 घोषणा किए जाने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा इससे किसानों की आर्थिक दशा में सुधार होगा। निश्चित तौर पर सरकार का यह कदम सराहनीय है।

 

बदायूं 

एकमुश्त राशि दी जानी चाहिये

बदायूं के किसान नीरज शर्मा का कहना किसानों को राहत मिलेगी। कर्ज माफी से जिले के किसानों को लाभ मिलेगा। दो हेक्टेयर जमीन पर छह हजार एक ही मुश्त देना चाहिए। दो दो हजार से कोई फायदा नहीं।

 

पीलीभीत
किसानों का कुछ तो ख्याल रखा

पीलीभीत के मगरासा निवासी किसान राम बहादुर गंगवार ने कहा कि केन्द्र सरकार ने इस बजट में किसानों का कुछ तो ख्याल रखा है। छोटे किसानों को साल का छह हजार अनुदान बढ़ी राहत होगी। इससे किसानों को खाद, बीज के लिए किसी अन्य से कर्ज नहीं लेना होगा। बजट में अभी किसानों को लुभाने के लिए यह घोषणा कर दी गई  है पर इसका लाभ कब तक मिलेगा, यह देखना होगा। अगर किसानों को लाभ पहुंचाने वाली यह योजना सही ढंग से लागू हो गई तो लघु और सीमांत किसानों का भला हो जाएगा।

 

लखीमपुर खीरी

फसल का सही दाम दिला दे, वही काफी है

गन्ना उत्पादन में यूपी के नम्बर वन व लखीमपुर खीरी के किसान अचल मिश्रा का कहना है कि सरकार का वजीफा नाकाफी है। उनका कहना कि सरकार उन्हें उनकी फसल का पूरा दाम दिलाए। उन्हें बिचौलियों से बचाए। सरकारी वजीफा न दे, गन्ने की फसल का समय से भुगतान करा दें तो हमारे लिए ज्यादा लाभकारी होगा।


 

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