3 सीएचसी को मिली ट्रू नैट मशीन, होगी टीबी की जांच
कोरोना काल में टीबी कार्यक्रम में प्रदेश में सबसे बेहतर काम करने वाले जिला क्षय रोग विभाग को अब शासन की तरफ से 3 ट्रू नैट मशीनें दी गई हैं। ये सभी...
कोरोना काल में टीबी कार्यक्रम में प्रदेश में सबसे बेहतर काम करने वाले जिला क्षय रोग विभाग को अब शासन की तरफ से 3 ट्रू नैट मशीनें दी गई हैं। ये सभी मशीनें सीएचसी पर लगाई जाएंगी जिससे वहां टीबी के गंभीर मरीजों की जांच की जा सके। जिला क्षय रोग अधिकारी के निर्देशन में 3 ट्रू नैट मशीनें मझगवां, बहेड़ी और फरीदपुर सीएचसी पर लगाई गई हैं।
केंद्र सरकार ने 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का आह्वान किया है। इसी क्रम में जिले में नवाबगंज के कई गांवों को चुना गया है। कोरोना काल के दौरान जहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकांश कार्यक्रम और अभियान धड़ाम हो गए थे, वहीं टीबी के मरीजों की खोज, उनकी दवा और फालोअप केस के मामले में जिले की स्थिति सबसे बेहतर रही। प्रदेश सरकार की तरफ से जारी सूची में जिले को पहला स्थान मिला है। अब बहेड़ी, फरीदपुर और मझगवां सीएचसी पर ट्रू नैट मशीनें लगाई गई हैं। यहां टीबी के मरीजों की जांच की जाएगी।
मझगवां, फरीदपुर और बहेड़ी में अब टीबी के गंभीर मरीजों की जांच आसान हो जाएगी। यहां की आशा और एएनएम को प्रशिक्षित किया गया है कि किस तरह क्षेत्र में टीबी के संदिग्ध मरीजों की पहचान की जाती है। एक हजार की जनसंख्या पर प्रतिवर्ष 2 मरीज टीबी के मिलते हैं।
- डॉ. एसके गर्ग, जिला क्षय रोग अधिकारी