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मंदिर केवल पूजा का स्थल नहीं समाज को जोड़ने और एकता का केंद्र है: दत्तात्रेय

Barabanki News - बाराबंकी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि नारायण सेवा संस्थान की स्थापना कोरोना महामारी के दौरान सेवा कार्यों की प्रेरणा से हुई थी। संस्था ने भगवान लक्ष्मी नारायण...

Newswrap हिन्दुस्तान, बाराबंकीTue, 23 Sep 2025 05:50 PM
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मंदिर केवल पूजा का स्थल नहीं समाज को जोड़ने और एकता का केंद्र है: दत्तात्रेय

बाराबंकी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि यह संस्थान कोरोना महामारी के समय सेवा कार्यों की प्रेरणा से स्थापित हुआ था। उस कठिन समय में अनेक सेवा संस्थान सक्रिय रहे तथा आरएसएस के स्वयंसेवकों ने हर प्रकार से समाज सेवा का कार्य करते हुए लोगों को प्रोत्साहित किया। इन्हीं की प्रेरणा से नारायण सेवा संस्थान की स्थापना हुई। संस्था आकार में भले ही छोटी हो, किंतु इसके कार्य सदैव निष्काम भावना एवं समर्पण से किए जाते हैं। संस्थान ने सेवा कार्यों के साथ भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर का निर्माण कराया है। मंदिर केवल पूजा-पाठ का स्थल नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने और एकता का केंद्र भी है।

संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय मंगलवार को चिनहट देवा मार्ग पर बरेठी स्थित नारायण सेवा संस्थान द्वारा स्थापित भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर के लोकार्पण व प्रथम स्मारिका विमोचन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कहा कि जैसे पंप से साइकिल में हवा भरी जाती है, वैसे ही मंदिर जीवन में आस्था और चेतना का संचार करता है। भगवान सर्वत्र विद्यमान हैं, किंतु मंदिर जाकर ही उनके प्रत्यक्ष दर्शन का अनुभव होता है। मंदिर केवल पुण्य कमाने या याचना करने का स्थान नहीं है, बल्कि यह आत्मचेतना और संवेदना जागरण का माध्यम है। मंदिर की स्थापना से न केवल आध्यात्मिक लाभ होता है, बल्कि अनेक लोगों को आजीविका भी प्राप्त होती है और समाज में एकजुटता का संदेश मिलता है। इसी भावना से विद्यालय केंद्रित ग्राम विकास एवं मंदिर केंद्रित ग्राम विकास की संकल्पना सामने आई है। सेवानिवृत्त समाजसेवी अन्ना हजारे का उल्लेख करते हुए कहा कि सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने गांव में मंदिर का निर्माण कर मंदिर केंद्रित समाज सेवा कार्य का शुभारंभ किया। जिसकी सराहना पूरे क्षेत्र में हो रही है। श्री दत्तात्रेय ने ग्राम विकास की परिकल्पना प्रस्तुत करते हुए कहा कि ग्राम विकास मंदिर केंद्रित एवं स्वास्थ्य केंद्रित होना चाहिए। आज भी गांव के लोग पढ़ाई, कमाई और दवाई के लिए बाहर जाने को विवश हैं। भारत का पुनर्निर्माण केवल दिल्ली में नहीं, बल्कि गांव-गांव तक आपसी संवाद और सहयोग से होना चाहिए। संस्थान के उपाध्यक्ष अभिषेक गुप्ता द्वारा मंदिर की वेबसाइड का लोकार्पण भी कराया गया। सत्यदेव निष्ठा महाराज ने संस्थान के नि:स्वार्थ कार्यों की सराहना की। कहा कि यह संस्था नि:शुल्क रोजगारपरक शिक्षा तथा धार्मिक कार्यों में सक्रिय योगदान दे रही है। श्रावस्ती के जिलाधिकारी अजय द्विवेदी भी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर संस्थापक अध्यक्ष प्रभु नारायण, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्य मंत्री सतीश शर्मा, पूर्व सांसद उपेंद्र रावत, एमएलसी अवनीश सिंह पटेल, विधायक साकेंद्र वर्मा, अनूप ठक्कर, महेंद्र मोदी, सुश्री ज्योत्सना पाल, नारायण शर्मा, प्रबंध न्यासी रजनीश कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष अभिषेक दुबे, ट्रस्टी गौरव श्रीवास्तव, डीएम शशांक त्रिपाठी, एसपी अर्पित विजयवर्गीय, देवेंद्र स्वरूप शुक्ल, शिवेश द्विवेदी, नलनीकांत, अनिल बंसल, रूप नारायण, निलिमा श्रीवास्तव, मुकुल, आरपी सिंह, राजेश कुमार, ब्रजेश कुमार, गुड़िया, प्रदीप मिश्रा व आदि मौजूद रहे।

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