एडस के प्रति युवा रहे सजग: ब्रांड एबेसडर
एचआईवी एड्स के ब्रांड एम्बेसडर ने एनसीसी कैडेट्स, स्काउट गाइड एवं एनएसएस के युवाओं को एड्स से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। कार्यशाला में युवाओं के साथ-साथ उनके माध्यम से समाज को भी एचआईवी के...
एचआईवी एड्स के ब्रांड एम्बेसडर ने एनसीसी कैडेट्स, स्काउट गाइड एवं एनएसएस के युवाओं को एड्स से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। कार्यशाला में युवाओं के साथ-साथ उनके माध्यम से समाज को भी एचआईवी के प्रति जागरुक किया गया।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यशाला में एचआईवी एड्स के ब्रांड एम्बेसडर अभिनव सिंह ने कहा कि दुनियां इस समय 4 करोड़ और भारत में लगभग 22 लाख लोग एचआईवी के शिकार हैं। भारत में एचआईवी के सबसे अधिक रोगी महाराष्ट्र में हैं जिनकी संख्या लगभग 3.3 लाख है। उत्तर प्रदेश में भी लगभग 1.34 लाख लोग एचआईवी के शिकार हैं। यह बेहद गंभीर है कि देश के लगभग 30 प्रतिशत एचआईवी रोगी 15 वर्ष से कम उम्र के युवा हैं। इसका मुख्य कारण है एचआईवी को लेकर उन्हें सही जानकारी न होना। उन्होंने कहा कि यदि जनपद के युवा एचआईवी के बारे में अपनी जानकारी और समझ बढाएं, सबसे खुलकर इसपर चर्चा करें और उपलब्ध नि:शुल्क सरकारी इलाज के बारे में लोगों को जानकारी दें, तो बांदा एड्स से पूर्णत: मुक्त हो सकता है।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी पी वर्मा ने बताया कि एचआईवी एड्स यानि अक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम वाइरस से होने वाला एक गंभीर रोग है जिससे मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर हो जाती है। उन्होंने कहा कि एड्स को लेकर समाज में कई भ्रांतियां भी फैली हुई है जिन्हें दूर करना ज़रूरी है। जिले में अब तक 18 ग्राम पंचायतों में कैंप लगाए जा चुके हैं। सीएमएस डॉ. सम्पूर्नानद मिश्रा ने बताया कि जिला अस्पताल में एचआईवी की मुफ्त जांच, काउन्सलिंग और दवाइयां दी जाती है। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक कुशल यादव, अभ्युदय संस्थान की सचिव ममता पाण्डेय, डीपीएम एड्स ब्रिजेन्द्र कुमार, जे के पाण्डेय आदि मौजूद रहे।