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हड़ताल पर डटे रहे लेखपाल की नारेबाजी

लेखपाल संघ के द्वारा चलाई जा रही कलमबंद हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। लेखपाल धरने पर डटे रहे। सभी ने एकजुट होकर सदर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि जब तक मांगों का निस्तारण...

हड़ताल पर डटे रहे लेखपाल की नारेबाजी
हिन्दुस्तान टीम,बांदाWed, 04 Jul 2018 09:14 PM
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लेखपाल संघ के द्वारा चलाई जा रही कलमबंद हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। लेखपाल धरने पर डटे रहे। सभी ने एकजुट होकर सदर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि जब तक मांगों का निस्तारण नही किया जाता, आंदोलन जारी रहेगा।

उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने एक बार फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। लेखपालों ने सदर तहसील परिसर में अनिश्चित कालीन धरना पर डटे हैं। बुधवार को लेखपालों ने जमकर नारेबाजी की और विरोध जताया। आरोप लगाया कि लेखपालों की मांगों पर गौर नही किया जा रहा है। काफी समय से लेखपाल संघर्ष कर रहे हैं। लेखपाल संघ के प्रांतीय आडीटर मूलचन्द्र पटेल ने कहा कि लेखपालों से काम तो तमाम तरह के लिए जाते हैं, लेकिन उनके पास संसाधनों का आभाव है। आरोप लगाया कि संसाधन को लेकर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। मांग है कि लेखपालों की वेतन विसंगति, उच्च वेतन आदि की मांगों का शीघ्र निस्तारण कराया जाए। मंडल मीडिया प्रभारी हरिओम यादव ने सभी लेखपालों से एकजुटता का आहवान किया। चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों का निस्तारण नही कराया जाता। आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर बालकृष्ण शिवहरे, राकेश बुंदेला, राजेन्द्र सिंह पटेल, रजनी शिवहरे,कमल पाण्डेय, रामकिशोर साहू आदि शामिल रहे। लेखपालों की हड़ताल के कारण तहसील आने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

लेखपालों ने धरना देकर किया कार्य बहिष्कार

अतर्रा। आठ सूत्रीय मांगों को लेकर प्रातीय संघ के निर्देश पर तहसील इकाइ के लेखपालों ने तहसील परिसर में धरना देकर कार्य बहिष्कार किया। मांगे न माने जाने पर अंदोलन अनवरत रूप से जारी रखने का संकल्प लिया। धरने के दौरान प्रेमचंद्र शुक्ल, सुरेश चंद्र जैन, नरेन्द्र कुमार गर्ग, केशनलाल, रामभजन, देवनरायण, विनोद रावत, धर्मराज सिंह, गोरेलाल, प्रिंस शुक्ला, राकेश कुमार, शिवशंकर आदि लेखपालो ने सम्बोधन में कहा कि हड़ताल के दूसरे दिन भी लेखपालो की मांगे नही मानी गयी है। जिसे संघ में रोष व्यप्त है। जल्द ही मांगो पर सरकार ने ध्यान न दिया तो कलम बंद हड़ताल जारी रहेगी।

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